उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की हालत इस वक्त काफी नाजुक बनी हुई है। बसपा की अध्यक्ष अकसर कई मौकों पर विरोधियों दलों को निशाने पर लेकर उन पर तीखा प्रहार करती है।
तभी भाजपा को यहां हराना संभव’’ होगा
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) पर विधानसभा चुनाव में मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को दावा किया कि मुस्लिम समाज सपा को एकतरफा वोट देने की ‘‘अपनी भूल को सुधारे, तभी भाजपा को यहां हराना संभव’’ होगा।
यूपी में सपा व भाजपा की अन्दरूनी मिलीभगत जग-जाहिर रही है कि इन्होंने विधान सभा आमचुनाव को भी हिन्दू-मुस्लिम कराकर यहाँ भय व आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ व सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की, जिसको सुधार कर ही भाजपा को यहाँ हराना संभव।
— Mayawati (@Mayawati) March 29, 2022
सपा एवं भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत जग-जाहिर
मायावती ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में सपा एवं भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत जग-जाहिर है कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम कराकर (हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करके) यहां भय एवं आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ और उसने सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की। इस भूल को सुधार कर ही भाजपा को यहां हराना संभव है।’’
उल्लेखनीय है कि राज्य विधानसभा की 403 सीटों के चुनाव के 10 मार्च को आए परिणाम में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को 273, सपा गठबंधन को 125, कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो-दो सीट मिलीं जबकि बसपा मात्र एक सीट पर सिमट कर रह गई।