संसद में बुधवार को सम्पन्न मानसून सत्र के दौरान पारित कृषि संबंधी विधेयकों पर टिप्पणी करते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों को विश्वास में लेकर कोई फैसला करना चाहिए था।
मायावती ने गुरूवार को ट्वीट किया ‘‘ जैसा कि विदित है कि बीएसपी ने यूपी में अपनी सरकार के दौरान कृषि से जुड़े अनेकों मामलों में किसानों की कई पंचायतें बुलाकर उनसे समुचित विचार-विमर्श करने के बाद ही उनके हितों में फैसले लिए थे। यदि केंद्र सरकार भी किसानों को विश्वास में लेकर ही निर्णय लेती तो यह बेहतर होता।’’
गौरतलब है कि केंद्र में मानसून सत्र के दौरान दो बिल संसद से पारित हुए जिनमे से एक कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक, 2020, और दूसरा कृषक (सशक्तिकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर क़रार विधेयक, 2020 है।
विपक्ष ने इन विधेयकों के विरोध में राज्यसभा में जमकर हंगामा किया था जिसके बाद आठ सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया गया था। बसपा प्रमुख ने विपक्ष के हंगामा करने के तरीके पर आपत्ति जाहिर की थी और इसे लोकतंत्र की गरिमा के विपरीत बताया था।