उत्तर प्रदेश के झांसी में बालू माफियाओं को दबंगई के खिलाफ लहरचूरा थानाक्षेत्र के ग्रामीणों के बुधवार को मोर्चा खोल दिया और वह शिकायत लेकर उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। लहरचूरा थानाक्षेत्र के भटपुरा गांव के ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बालू खनन माफिया सुखनई नदी से लगातार खनन में लगे हैं और दिन रात नदी से बालू का खनन कर ट्रैक्टर इधर से उधर दौड़ते रहते हैं।
इसके कारण न केवल गांव में सड़कों का हाल बेहाल हो गया है बल्कि ट्रैक्टरों की आवाजों से न दिन में चैन है और न ही लोग रात में सुकून से सो पाते हैं। इसी का विरोध करते हुए जब कुछ लोगों ने खनन माफियाओं से विरोध जताया तो उन्होंने लोगों के साथ न केवल गाली गलौच की बल्कि मारपीट भी की। खनन माफिया जबरन गांव के बीच से ट्रैक्टर लेकर निकलते हैं और इससे हाल ही बना रास्ता पूरी तरह से टूट फूट गया है।
उन्होंने बताया कि इस सब की जानकारी थाने में दी गयी लेकिन पुलिस ने कोरा आश्वासन देकर ग्रामीणों को चलता किया। खनन माफियाओं के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की। इसके बाद सभी ग्रामीण उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और उन्हें इस संबंध में शिकायत पत्र सौंपा।
गौरतलब है कि बुंदेलखंड में अवैध खनन बड़ गंभीर समस्या है। प्रदेश सरकार ने कार्यभार संभालते के साथ ही घोषणा की थी कि इस पर प्रभावी तरीके से अंकुश लगाया जायेगा लेकिन ढाई साल से अधिक समय से सत्ता में रहने के बाद भी योगी सरकार प्रभावी तो छोड़ सामान्य तरीके से भी अवैध खनन माफियाओं पर लगाम कसने में नाकामयाब रही है। इसी कारण यहां आम लोगों को बड़ समस्याओं और माफियाओं की दबंगई का सामना करना पड़ रहा है।