उत्तर प्रदेश में संभल जिले के चंदौसी में एक पत्रकार की गर्भवती पत्नी को जबरन नर्सिंग होम से बाहर निकाले जाने का मामला सामने आया है। दरअसल, पत्रकार ने नर्सिंग होम के बाहर एक महिला की डिलीवरी होने जाने की घटना का वीडियो बना लिया था, जिसके बाद अस्पताल के कर्मियों ने कथित रूप से पत्रकार की गर्भवती पत्नी को बाहर निकाल दिया। इस मामले में दो डॉक्टरों समेत 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि एक समाचार चैनल के पत्रकार रवि ने कोतवाली में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी पत्नी को प्रसव के लिए डॉ मोनिका और डॉ शरद रवि के नर्सिंग होम में गत 30 अप्रैल को भर्ती कराया था तथा उसी रात 11 बजे जब वह नर्सिंग होम में थे तभी एक गर्भवती महिला की नर्सिंग होम के बाहर डिलीवरी हो गई।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना अस्पताल प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई जब वह इसका वीडियो बनाने लगे तब नर्सिंग होम के चिकित्सकों और कर्मियों ने उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की और उनकी गर्भवती पत्नी को नर्सिंग होम से बाहर निकाल दिया। चंदौसी के थाना प्रभारी देवेंद्र शर्मा ने बताया कि इस मामले में पत्रकार की तहरीर के आधार पर शनिवार देर रात डॉ शरद, डॉ मोनिका तथा छह अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गई है।