उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से एक दिल को दहला देने वाली घटना सामने आई है। बताया जा रहा है कि, रूरा थाना क्षेत्र के मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाने के विरोधी अभियान के दौरान एक महिला और उसकी बेटी की जलकर मौत हो गई। पीड़ित परिवार धरने पर बैठ गया है तथा परिजनों की मांग है कि बुलडोजर चलाने वाले अफसरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने डिप्टी कलेक्टर मैथा, तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल और एसएचओ सहित 24 से अधिक लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
दर्जनों लोगों के ऊपर हत्या का मामला दर्ज़ किया गया
मिली जानकारी के अनुसार, एक दर्जन से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज किया गया है। सोमवार शाम कानपुर देहात जिले के एक गांव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान आग लगने से दो महिलाओं - मां और बेटी की मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि दोनों महिलाओं ने खुद को आग लगा ली, वहीं उनके परिवार ने दावा किया कि पुलिसकर्मियों ने उनकी झोपड़ी में आग लगा दी, जब महिलाएं अंदर थीं, जिसके चलते मौतें हुईं।
अधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के बुलडोजर लेकर पहुंच गए
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि, यह घटना जिले के रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में हुई जहां पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी एक ग्राम समाज या सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे। ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के बुलडोजर लेकर पहुंच गए। मौत के बाद ग्रामीणों और पुलिस के बीच तनाव फैल गया, घटना के बाद मौके से भागे पुलिसकर्मियों पर ग्रामीणों ने ईंट-पत्थर फेंके।