उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुई मुठभेड़ के मामले में कुख्यात आरोपी विकास दुबे की तलाश लगातार जारी है। हिस्ट्रीशीटर के तलाश को तेज करते हुए अपराधी के पोस्टर को उन्नाव टोल प्लाजा पर लगाया गया है वही पुलिस राहगीरों को भी पोस्टर दिखाकर तलाश में जुटी है।
विकास दुबे पर अब ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित
कानपुर में एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला आरोपी विकास घटना के 72 घंटे बाद भी अब तक फरार है और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की मदद कर रहे हैं, ताकि अपराधी दुबे का पता लगाया जा सके। विकास दुबे पर अब ढाई लाख रूपये का इनाम घोषित कर दिया गया है । इस आशय का एक प्रस्ताव पुलिस महानिदेशक को भेजा गया था जहां से इनाम की राशि बढ़ाने की मंजूरी मिलने के बाद सोमवार को इनाी रकम बढा दी गयी है ।
बता दें कि दुबे गिरोह ने शुक्रवार तड़के आठ पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसमें पुलिस उप-अधीक्षक भी शामिल थे, वहीं इस घटना में सात अन्य घायल हो गए। दुबे के खिलाफ हत्या के प्रयास की दर्ज शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए राज्य पुलिस की टीम बहुत ही सावधानी से गैंगस्टर को पकड़ने के लिए गई थी, लेकिन घात लगाए गैंगस्टर और उसके साथियों ने टीम पर हमला कर दिया।
दुबे ने कई पार्टियों से सालों तक राजनीतिक संरक्षण का लाभ उठाया है। वहीं उसके खिलाफ साल 1993 से हत्या, लूट, अपहरण और जमीन हथियाने जैसे 60 मामले दर्ज हैं। साल 2001 में उस पर शिवली पुलिस स्टेशन के अंदर एक भाजपा नेता और राज्य मंत्री संतोष शुक्ला की हत्या का आरोप भी लगा था। हालांकि सबूतों की कमी के कारण दुबे को गिरफ्तार नहीं किया गया था।