उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में आज एक ऐसा मामला सामने आया हैं जिसमें दो समुदायों के बीच जमकर पथराब हो गया। हालांकि, यह मामला बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विरोध में कुछ मुस्लमानों समुदायों ने दुकानों को व्यापक तौर से बंद कराया दिया। इस विरोध प्रदर्शन के बाद से ही दोनों समुदायों में विवाद पैदा होता चला गया जिससे की सड़कों में काफी सख्या में लोग मौजूद हो गए । इस विवादित मामले को देखकर तुरंत कई थानों के फोर्स को बुलाया गया था । दरअसल, स्थानीए पुलिस कश्मीर का कहना है कि अब स्थिति काबू में हैं।
दोपहर तीन बजे हुआ थी कानपुर में हिंसा की घटना
कानपुर के बेकनगंज इलाके में शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे बवाल हो गया. करीब एक हजार से ज्यादा लोग सड़कों पर उतर आए. दोनों तरफ से पथराव हुआ।कानपुर का यह इलाका मिश्रित आबादी वाला बताया जा रहा है। हालांकि, जानकारी के मुताबिक कई लोग पथराव में चोटिल भी हो गए, उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया. इस मामले की शुरुआत एक सामाजिक संस्था के मुस्लिम इलाकों में बंदी के ऐलान से हुआ था . जुमे की नमाज की वजह से परेड चौराहा पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए थे।
घटना स्थल से है सिर्फ 70 70 किमी दूर है मोदी और कोविंद
अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि इस वक्त लोग सड़कों पर रुक-रुककर पथराव कर रहे हैं. पुलिस ने पूरे एरिया की घेराबंदी कर दी है. संदेह के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. व्यापारियों ने खुद ही बाजार बंद कर दिया है. फिलहाल कानपुर में तनाव का माहौल बना हुआ है. ये बवाल उस वक्त हुआ जब पीएम मोदी और राष्ट्रपति के आने के चलते काफी सुरक्षा व्यवस्था लगी थी. पीएम, राष्ट्रपति के साथ शहर से करीब 70 किमी. दूर एक कार्यक्रम में मौजूद हैं।
पुलिस के द्वारा स्थिति को काबू में किया गया
मिली जानकारी के मुताबिक दोनों समुदायों के बीच जब पथराव शुरू हुआ उस वक्त बाजार में काफी लोग मौजूद थे। घटना स्थल पर कई लोगों के होने की वजह से ही भगदोड़ का माहौल बन गया और स्थानीए पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। इन पुलिस वालों की मदद से ही दोनों समुदायों के बीच लड़ाई को रोकने में पूर्णत सफलता प्राप्त हुई । जानकारी के मुताबिक पता चला है कि इन घटना में कई लोगों के घायल होने की सूचना भी मिली हैं।