उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मरीजों का इलाज करने वाले किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के जूनियर रेजीडेंट डाक्टर में संक्रमण की पुष्टि हुई है। संक्रमित डाक्टर वायरस से ग्रस्त लोगों का इलाज करने वाली टीम में शामिल था। जांच में संक्रमण की पुष्टि के बाद डाक्टर को उपचार के लिए अलग वार्ड में भर्ती कराया गया है।
वहीं, उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य सेवा निदेशालय ने प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमितों का आंकड़ा 15 बताया है। इसमें जूनियर रेजीडेंट डाक्टर शामिल नहीं है। केजीएमयू के प्रवक्ता डा सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि ”केजीएमयू में कनाडा से लौटी एक महिला और उसके रिश्तेदार को कोरोना वायरस से संक्रमण के उपचार के लिए भर्ती कराया गया था।
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महिला से ही उसके रिश्तेदार को कोरोना का संक्रमण हुआ था। दोनों का केजीएमयू के पृथक वार्ड में उपचार किया जा रहा है।” उन्होंने बताया कि केजीएमयू में भर्ती दोनों मरीजों के उपचार के दौरान एक जूनियर रेजीडेंट डाक्टर ने जांच के लिए नमूने लिए थे, लेकिन कुछ दिन बाद डाक्टर में भी संक्रमण के कुछ लक्षण देखे गए।
उन्होंने बताया कि इसके बाद डाक्टर की भी जांच कराई गई, जिसमें वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। जूनियर रेजीडेंट डाक्टर को पृथक वार्ड में रख इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पृथक वार्ड में कार्य कर रहे अन्य सभी 14 कर्मियों की भी कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराई गई थी। ये सभी कोरोना जांच में निगेटिव मिले हैं।