केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में रविवार को विभिन्न राज्यों के किसान लाखों की संख्या में मुजफ्फरनगर में महापंचायत के लिए जुटे हैं। इस महापंचायत में 300 से ज्यादा किसान संगठनों के जुटने का दावा किया गया है। विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से अन्नदाताओं की इस महापंचायत को समर्थन मिल रहा है।
अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनावों को देखते हुए इस महापंचायत को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ‘किसान महापंचायत’ का आयोजन संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से किया गया है। रविवार सुबह से ही मुजफ्फरनगर की सड़कों पर किसान के हुजूम दिख रहे हैं। हजारों किसान राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में मौजूद हैं।
इस बीच बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने किसानों के मुद्दे को लेकर अपनी ही सरकार को घेरते हुए ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें भारी संख्या में किसानों की भीड़ दिखाई दे रही है। वीडियो के साथ वरुण गांधी ने लिखा, ‘मुजफ्फरनगर में आज लाखों किसान धरना प्रदर्शन में जुटे हैं। वे हमारे अपने खून हैं। हमें उनके साथ सम्मानजनक तरीके से फिर से बातचीत करने की कोशिश करनी होगी। उनके दर्द, उनके दृष्टिकोण को समझने और जमीन तक पहुंचने के लिए उनके साथ काम करने की जरूरत है।’
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक के अनुसार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे विभिन्न राज्यों में फैले 300 किसान संगठनों के किसान कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे हैं, जहां 5,000 से अधिक लंगर (भोजन स्टाल) लगाए गए हैं। बता दें कि पिछले साल सितंबर में केंद्र सरकार ने खेती से जुड़े तीन कानून लागू किए थे। इन तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल लगभग 10 महीनों से दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं।
किसान और सरकार के बीच 11 बार बातचीत भी हो चुकी है, लेकिन कोई सहमति नहीं बनी. किसान चाहते हैं कि सरकार तीनों कानूनों को रद्द करे और MSP पर गारंटी का कानून लेकर आए। लेकिन सरकार का कहना है कि वो कानूनों को वापस नहीं ले सकती। हालांकि सरकार ने स्पष्ट किया है किअगर किसान चाहते हैं, तो उनके हिसाब से इसमें संशोधन किए जा सकते हैं।