उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दो नाबालिग बहनों के साथ बलात्कार के बाद हत्या के 6 आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सभी आरोपियों को लखीमपुर खीरी ज़िला जेल में रखा गया है। वहीं गुरुवार शाम को ही मृतक बहनों का अंतिम संस्कार भी किया गया।
इन छह आरोपियों के बारे में पुलिस ने बताया कि इस कांड में छोटू पुत्र चेतराम गौतम को गिरफ्तार किया गया है। यह तमोली पुरबा का रहने वाला है। यह पीड़ित परिवार के पड़ोस में रहता था। उसके अलावा पांच अन्य लड़कों को गिरफ्तारी की गई है। यह लालपुर के रहने वाले हैं।
लखीमपुर के एसपी संजीव सुमन ने गुरुवार को घटना पर जानकारी देते हुए बताया कि लड़कियों का अपहरण नहीं हुआ था। दोनों बहनें अपनी मर्जी से गई थीं। छोटी बहन की सोहेल से दोस्ती थी। बड़ी लड़की की दोस्ती जुनैद से। दोनों की दोस्ती हाल ही में हुई थी। आरोपी लड़कियों को बहलाफुसला कर ले गए थे।
उन्होंने बताया कि लड़कियों के पड़ोस में एक आरोपी छोटू रहता है। छोटू ने ही इन आरोपियों का लड़कियों से परिचय करवाया था। कल तीनों लड़के गांव में आए थे और लड़कियों को साथ ले जाकर उनकी इच्छा के विरूद्ध जुनैद और सुहैल ने उनके साथ शारीरिक संबंध बनाया जिसके बाद दोनों बहनें शादी के लिए अड़ गई। इस बात से नाराज होकर आरोपियों ने लड़कियों की हत्या कर दी।
पुलिस ने बताया कि मामले में कुल 6 आरोपी हैं। आरोपियों में 1 हिंदू और बाकी 5 मुस्लिम हैं। सभी आपस में दोस्त हैं। पुलिस ने अब तक छोटू , जुनैद, सोहेल, हफीजुरहमान, करीमुद्दीन और आरिफ को गिरफ्तार किया है। छोटू लड़कियों का पड़ोसी है। जबकि 5 अन्य आरोपी लालपुर के हैं।
पुलिस के दावे से पहले मृतकों की मां का आरोप
पुलिस के दावे से पहले मृतक लड़कियों की मां का आरोप लगाया था कि तीन युवक बाइक से आए और उनकी बेटियों को जबरन घसीट कर ले गए। लखीमपुर खीरी के निघासन थाना इलाके के तमोलीन गांव में हुई इस घटना ने 8 साल पहले के बदायूं कांड को एक बार फिर ताजा कर दिया है। जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार थी।