जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सीआरपीएफ जवान अश्विनी कुमार यादव का बुधवार को पूरे राजकीय एवं नागरिक सम्मान के साथ गंगा किनारे अंतिम संस्कार किया गया। इतनी तेज धूप और लॉकडाउन के बावजूद बड़ी संख्या में लोग उनके घर से शमशान तक पूरे रास्ते में शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए खड़े थे।
अंमित संस्कार में पहुंचे सरकारी अधिकारियों ने शहीद के परिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शोक संदेश, 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के वादे वाला पत्र यादव के निकट परिजन को सौंपा। गाजीपुर जिले के नोनहरा थाना क्षेत्र के चक दाऊद उर्फ बभनौली गांव के रहने वाले अश्वनी कुमार यादव हंदवाड़ा में आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए एक परिवार को मुक्त कराने के अभियान के दौरान शहीद हुए।
मौसम खराब होने के कारण उनका पार्थिव शरीर मंगलवार को घर नहीं आ सका।आज सुबह यादव के साथी उनका पार्थिव शरीर लेकर घर पहुंचे। अंतिम संस्कार से पहले सेना और पुलिस के जवानों ने शहीद को सशस्त्र सलामी दी।
बता दें, जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में बीते शनिवार को चलाए गए आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान दो अधिकारियों सहित सुरक्षा बल के पांच जवान लापता होने की खबर थी। मगर रविवार को पुष्टि हो गई कि उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में ये जवान शहीद हो गए हैं। इस मुठभेड़ में दो आतंकवादी भी मारे गए थे।
वहीं आज यानी बुधवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया है। इसके साथ ही सुरक्षाबलों द्वारा इस मुठभेड़ एक अन्य आतंकी का भी खात्मा किया गया है। फिलहाल के लिए कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं।
सुरक्षाबल लम्बे समय से रियाज की तलाश कर रहे थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक, जिस घर में रियाज नाइकू छिपा उसको सुरक्षाबलों ने 40 किलो आईईडी से उड़ा दिया था। इस विस्फोट में एक आतंकी के मारे जाने की खबर थी, जबकि दूसरा साथ के ही घर में छिप गया है। मारे गए आतंकी की पहचान हिज्बुल मुजाहिदीन के शीर्ष कमांडर रियाज नायकू के तौर पर हुई है।