बरेली के सज्जादा नशीन दरगाह के प्रमुख तौसीफ रजा खान ने कहा है कि अयोध्या-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आए उसे सभी को स्वीकार करना चाहिए। खान ने गुरुवार को यहां जारी बयान में कहा अयोध्या-बाबरी मस्जिद पर सुप्रीम कोर्ट के 18 नवंबर से पहले सुनाये जाने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि देश की शीर्ष अदालत इस पर जो भी निर्णय उसका सभी को आदर करते हुए स्वीकार करना चाहिए।
उन्होंने अवामो खास से अपील करते हुए कहा कि अयोध्या-बाबरी मस्जिद विवाद के संबंध में सुप्रीम कोर्ट का जो भी फैसला आए उसका आदर करते हुए कबूल करें जिससे मुल्क की एकता और अमन चैन को किसी प्रकार का खतरा नहीं हो। खान ने कहा कि किसी भी पक्ष को स्थिति खराब करने की कोई कोशिश नहीं करनी चाहिए।
दरगाह प्रमुख ने कहा कि मुस्लिम समुदाय देश के संविधान और कानून का हमेशा से पालन करते रहे हैं और आगे भी करते रहे हैं। उन्होंने कहा,‘‘हम मुसलमान है जिनकी पहचान अमन पसंदी है हम कोई भी ऐसा कदम नहीं उठायें जिससे हमारी पहचान पर कोई दाग लगे।’’ खान ने खास तौर पर सोशल मीडिया पर इस विषय पर कुछ लिखने अथवा उसे शेयर करने में संयम और एहतियात बरते की अपील की। उन्होंने कहा अयोध्या-बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसले को लेकर किसी भी मुस्लिम को खौफजदा होने की जरुरत नहीं है।