प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कृष्ण नगरी मथुरा में सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को खत्म करने की मुहिम की शुरुआत की। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अलावा कई विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। पीएम मोदी ने यहां कचरे से प्लास्टिक उठाने वाली कई महिलाओं से बातचीत की।
पीएम मोदी ने दौरान आतंकवाद को लेकर कहा, आज आतंकवाद एक विचारधारा बन गई है, जो किसी सरहद से नहीं बंधी है। ये एक वैश्विक समस्या है, जिसकी मजबूत जड़ें हमारे पड़ोस में फल-फूल रही हैं। आतंकवादियों को पनाह और प्रशिक्षण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए भारत पूर्ण रूप से सक्षम है और हमने करके दिखाया भी है।
मथुरा में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, आप सभी के आदेश के अनुरूप बीते 100 दिन में हमने अभूतपूर्व काम करके दिखाया है। हमें 2 अक्टूबर 2019 तक अपने घरों, कार्यालयों और सिंगल यूज़ प्लास्टिक के कार्यक्षेत्र से छुटकारा पाने के लिए प्रयास करने की आवश्यकता है। मैं स्वयं सहायता समूहों, नागरिक समाज, व्यक्तियों और अन्य लोगों से इस मिशन में शामिल होने की अपील करता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं देश भर के गांव-गांव में काम कर रहे हर सेल्फ हेल्प ग्रुप से, सामाजिक संगठनों से, युवा मंडलों से, महिला मंडलों से, क्लबों से, स्कूलों और कॉलेजों से, सरकारी और निजी संस्थानों से, हर व्यक्ति हर संगठन से इस अभियान से जुड़ने का आग्रह करता हूं।
उन्होंने कहा की स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम के साथ ही कुछ परिवर्तन हमें अपनी आदतों में भी करने होंगे।हमें ये तय करना है कि हम जब भी बाजार में कुछ भी खरीददारी करने जाए, तो साथ में कपड़े या जूट का झोला जरूर ले जाएं। पैकिंग के लिए दुकानदार प्लास्टिक का उपयोग कम से कम करें।
उन्होंने कहा, पर्यावरण और स्वास्थ्य से जुड़ा एक विषय है जल संकट। जल संकट का उपाय है- जल जीवन मिशन। इस मिशन के तहत जल संरक्षण और हर घर जल पहुंचाने पर जोर दिया जा रहा है। इसका बहुत बड़ा लाभ गांवों में रहने वालों को, किसानों को मिलेगा। इससे माताओं-बहनों को सुविधा मिलेगी।
किसानों की आय बढ़ाने में पशुपालन और दूसरे व्यवसायों की भी बहुत बड़ी भूमिका है। पशुपालन हो, मछली पालन हो या मधुमक्खी पालन, इन पर किया गया निवेश ज्यादा कमाई कराता है। इसके लिए बीते 5 वर्षों में कृषि से जुड़े दूसरे विकल्पों पर हम एक नई पहुंच के साथ आगे बढ़े हैं।
पीएम मोदी ने कहा, पशुधन की गुणवत्ता और स्वास्थ्य से लेकर डेयरी प्रोडक्ट्स की वैरायटी को विस्तार देने के लिए जो भी जरूरी कदम थे, वो उठाए गए हैं। दुधारु पशुओं की गुणवत्ता के लिए पहले राष्ट्रीय गोकुल मिशन शुरु किया गया और इस वर्ष देश पशुओं की उचित देखरेख के लिए कामधेनु आयोग बनाने का निर्णय हुआ। उन्होंने कहा, इसी नई एप्रोच का परिणाम है कि 5 साल के दौरान दूध उत्पादन में करीब 7% की वृद्धि हुई है। किसानों, पशुपालकों की आय में करीब 13% की वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश से इंसफेलाइटिस को खत्म करने के लिये किये जा रहे प्रयासों की सराहना भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुधारू पशुओं को गंभीर बीमारियों से मुक्त कराने के लिए तैयार की गई टीकाकरण योजना का शुभारम्भ किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां पं. दीनदयाल उपाध्याय पशुचिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय एवं गो अनुसंधान केंद्र का जायजा लिया। इस दौरान यहां आयोजित पशु मेले का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने यहां पशु पालन और इससे जुड़े विभागों की परियोजनाओं को भी देखा।