कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार गौतम बुद्ध नगर के अधिकारियों के साथ बैठक की। प्रशासन से प्राप्त सूचना के अनुसार, बैठक में जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और पुलिस विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे। बता दें कि गौतम बुद्ध नगर जिले में कोरोना के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। जिले संक्रमित लोगों की संख्या 31 पहुंच गई है।
मुख्यमंत्री करीब 2 बजे हेलीकॉप्टर से गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय पहुंचे। उसके बाद उन्होंने गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में ही अधिकारियों के साथ बैठक शुरू की। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान ने बताया कि उक्त बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को प्रभावी रूप से लागू करने तथा श्रमिकों के पलायन को रोकने पर बातचीत की।
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दिल्ली की सीमा से सटे गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासनों ने राष्ट्रीय राजधानी से पलायन कर आने वाले गरीब एवं निराश्रय प्रवासी मजदूरों के लिए सीमावर्ती इलाकों में पहले से बने सामुदायित केंद्र और अन्य स्थानों पर वैकल्पिक आश्रय स्थल और समुदायिक रसोई एवं राहत केंद्र बनाए है।
जिला प्रशासन के मुताबकि दिल्ली सीमा के नजदीक कौशांबी और वैशाली के सेक्टर 1 में जीडीए द्वारा निर्मित सामुदयिक भवनों को आश्रय स्थल में तब्दिल किया गया है। इसके अलावा वैशाली मेट्रों स्टेशन स्टेशन पर बनी पार्किंग में अस्थाई रसोई की व्यवस्था की गई है।
इसी तरह नोएडा और ग्रेटर में भी प्राधिकरणों के सामुदायिक केंद्रों को आश्रय स्थल के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। नोएडा के जिलाधिकारी बीएन सिंह के मुताबकि जिला प्रशासन ने 28 स्थानों पर आश्रय स्थल बनाए है, जिनमे करीब सात हजार लोगों के ठहराने की व्यवस्था है।