जिले की शहर कोतवाली क्षेत्र के समदनगर मुहल्ले में रंगदारी वसूलने से कथित रूप से परेशान एक वरिष्ठ अधिवक्ता के आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने सोमवार को और पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसी मामले में पुलिस रविवार को कबरई के निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव और उनके भतीजे विक्रम को गिरफ्तार कर चुकी है।
महोबा के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेन्द्र कुमार गौतम ने बताया, ‘‘शहर के समदनगर मुहल्ले में वरिष्ठ अधिवक्ता मुकेश पाठक (50) के आत्महत्या करने के मामले में तीन और आरोपी रवि सोनी, अंकित सोनी, अभय प्रताप सिंह, आनन्द मोहन यादव और मनीष चौबे को भी कोतवाली पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।’’
एएसपी ने बताया कि कबरई विकास खंड के निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख छत्रपाल यादव और उनके भतीजे विक्रम यादव को रविवार को ही गिरफ्तार किया जा चुका है। गौतम ने बताया कि इस सिलसिले में अधिवक्ता के बेटे शिवम की शिकायत पर छत्रपाल यादव, विक्रम, आनन्द मोहन, रवि सोनी, अंकित सोनी, अभय प्रताप सिंह और मनीष चौबे के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि अधिवक्ता की शिकायत के 18 दिन बाद सात फरवरी को पुलिस ने छत्रपाल सहित पांच लोगों के खिलाफ जबरन धन वसूली और जान से मारने की धमकी देने का एक मामला दर्ज किया था, लेकिन किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। इसी मामले में आरोपियों ने शनिवार दोपहर अधिवक्ता को एक होटल में बुलाकर समझौते का दबाव बनाया था, जिसके बाद रात में उन्होंने अपनी लाइसेंसी रायफल से गोली मारकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी।
पुलिस को मिले सुसाइड नोट में अधिवक्ता ने छत्रपाल यादव और उसके साथियों पर बेटे शिवम से 60 लाख रुपये की रंगदारी वसूलने और पुलिस अधीक्षक एवं क्षेत्राधिकारी पर आरोपियों के साथ सांठ-गांठ का आरोप लगाया है।