मुलायम सिंह यादव की विरासत में सेंध लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) कोई कसर नहीं छोड़ रही। मैनपुरी लोकसभा सीट के लिए BJP ने चुनावी रण में रघुराज सिंह शाक्य पर भरोसा जताया है। वहीं अपनी विरासत को बनाए रखने के लिए समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को मैदान में खड़ा किया है। वहीं मैनपुरी उपचुनाव के लिए सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का समाधि स्थल आस्था का बड़ा केंद्र बन गया है।
सपा उम्मीदवार और मुलायम की बहू डिंपल यादव ने नामांकन से पहले अपने ससुर के समाधि स्थल पर पहुंच कर उनका आशीर्वाद लिया। वहीं दूसरी ओर सपा संस्थापक के शिष्य औ रबीजेपी उम्मीदवार रघुराज सिंह शाक्य भी मुलायम सिंह यादव की समाधि पर पहुंचे और पुष्पांजलि अर्पित कर आशीर्वाद लिया और नामांकन के लिए रवाना हुए।
पांच दिसंबर को मैनपुरी संसदीय सीट के लिए होने वाले मतदान में दिवंगत नेता का आशीर्वाद किसके खाते में जाएगा। यह आठ दिसंबर को मतगणना के बाद पता चलेगा मगर मुलायम की समाधि मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव में चर्चा के केंद्र में बनी हुई है। टिकट मिलने के बाद बीजेपी उम्मीदवार ने कहा था कि बीजेपी से उनको टिकट नेताजी (मुलायम) के आशीर्वाद से मिला है। वो यह भी कहने से नहीं चूके कि वो नेताजी के असल वास्तविक शिष्य है उन्होंने नेताजी से ही राजनीति सीखी है और हर हाल में नेता जी का आशीर्वाद उनको ही मिलेगा।
उन्होंने कहस कि नेता जी उनके राजनैतिक गुरु है नेता जी का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ हैं और उनकी आत्मा ने ही उन्हें इतने बड़े राजनैतिक दल से टिकट दिलवाया है। उन्होंने कहा कि शिवपाल सिंह यादव समेत मुलायम परिवार के सभी बुजुर्गो का आशीर्वाद उनके साथ है।
उधर, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने साफ तौर पर कहा है कि नेताजी का लगाव मैनपुरी की जनता से बहुत अधिक रहा है, यकीन है जैसे नेताजी को यहां के लोगो ने पसंद किया है ठीक वैसे ही डिंपल को भीं पसंद कर सपा के पक्ष में वोट करेगे।