मामले पर एसपी सिटी एमपी सिंह का कहना है कि युवती 17 नवंबर को सुबह घर से निकली थी। दूसरे दिन यानी 18 नवंबर को यमुना एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर एक ट्रॉली बैग में उसका खून से लथपथ शव मिला था। युवती के सिर, हाथ और पैरों में चोट के निशान थे और छाती में गोली मारी गई थी।
मृतका की शिनाख्त के लिए मथुरा पुलिस ने गुरुग्राम, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, नोएडा और दिल्ली तक 8 टीमें लगाई थीं। लावारिस शव की पहचान आयुषी यादव पुत्री नितेश यादव निवासी गली नंबर-65, गांव मोड़बंद, थाना बदरपुर (दिल्ली) के तौर पर हुई है। लड़की के भाई और मां ने शव की पहचान की।
दरअसल, 18 नवंबर की सुबह 11 बजे यमुना एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड पर कृषि अनुसंधान केंद्र के पास झाड़ियों में लाल रंग के ट्रॉली बैग में खून से लथपथ शव मिला था। लड़की की हत्या गोली मारकर की गई थी। साथ ही शव पर कई तरह के चोट के निशान भी मिले थे।