उत्तर प्रदेश के देवबंद में सपा-बसपा व आरएलडी गठबंधन की संयुक्त जनसभा को सबसे पहले संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि रैली में गठबंधन नेताओं को सुनने आए लाखों की संख्या में लोगों का मैं स्वागत करती हूं। इस दौरान उन्होंने मोदी पर प्रहार करते हुए कहा, आज की भीड़ की जानकारी जैसे ही प्रधानमंत्री को मिलेगी तो वह इस गठबंधन से घबराकर जरूर पगला जाएंगे। कभी भी वो गठबंधन के बारे में सराब के साथ-साथ और भी न जाने क्या क्या बोलने लग जाएंगे। अब इनकी इस घबराहट से आपको ये जरूर मानकर चलना चाहिए कि इस चुनाव में और खासकर यूपी से भाजपा जा रही है और गठबंधन आ रहा है।
25 साल बाद पहली संयुक्त रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि मैं चेतावनी दे रही हूं, खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को कि कांग्रेस यूपी में बीजेपी से लड़ने की स्थिति में नहीं है। बीजेपी को सिर्फ ‘गठबंधन’ ही लड़ा सकता है कांग्रेस यह जानती है, लेकिन वे मंत्र ‘हम जीते या न जीते ,गठबंधन नहीं जीतना चाहिए। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने ऐसी जातियों और धर्मों के उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जिससे बीजेपी को फायदा होगा। इसलिए मैं मुस्लिम समाज को चेतावनी दें रही हूँ कि बीजेपी को हराना है तो वोट न दें।
‘चौकीदारी’ का नाटक भाजपा को नहीं बचा पाएगा
बीजेपी सरकार को दलित व अल्पसंख्यक विरोधी बताते हुए मायावती ने कहा कि ‘चौकीदारी’ का नाटक भाजपा को नहीं बचा पाएगा। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव में भाजपा ने अच्छे दिन दिखाने के लिए जो वादे किए थे, उनका एक चौथाई हिस्सा भी पूरा नहीं किया गया है। जिसके चलते ध्यान बांटने के लिए चुनाव घोषणा से पहले नरेंद्र मोदी और भाजपा ने फिर से किस्म-किस्म के हथकंडे अपनाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया है।
इस मौके पर मायावती ने एक बार फिर ईवीएम का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि अगर ईवीएम में गड़बड़ी नहीं हुई तो गठबंधन जरूर जीतेगा। देवबंद रैली में मायावती ने कहा भाजपा पुलवामा मामले का गलत इस्तेमाल कर रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि जीएसटी और नोटबंदी से बड़ी संख्या में नौकरियां गईं। मायावती ने वहां मौजूद लोगों से अपील करते हुए कहा कि इन लोगों (बीजेपी) को वापसी मत करने दीजिये।
कांग्रेस का शासनकाल गलत नीतियों से भरा था
सपा-बसपा-रालोद की रैली में बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस पर बोलते हुए कहा कि उसका शासनकाल गलत नीतियों से भरा था। कांग्रेस की न्याय योजना पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि विरोधी पार्टियों के हवा-हवाई चुनावी वादों के बहकावे में न आए। चुनाव खत्म होने के बाद अपने वादों को ये पार्टियां दरकिनार कर देती हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने पिछले चुनाव में देश की जनता को अच्छे दिन दिखाने के जो प्रलोभन भरे वादे किए थे, वह कांग्रेस सरकार की तरह ही खोखले साबित हुए हैं। गरीबों को 15-20 लाख व सबका साथ सबका विकास भी जुमला बनकर रह गया है। मायावती ने कहा कि अब कांग्रेस भी ऐसे वादे कर रही है।
कांग्रेस की न्याय योजना पर मायावती का वार
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के मुखिया ने देश के अति गरीब लोगों के मतों को लुभाने के लिए हर महीने 6 हजार रुपये देने की जो बात कही है, उससे गरीबी का कोई स्थायी हल निकलने वाला नहीं है। अगर केंद्र में हमें सरकार बनाने का मौका मिलता है तो हर महीने सरकारी व गैर-सरकार क्षेत्रों में स्थायी रोजगार देने की व्यवस्था करेगी।’
मायावती ने सहारनपुर लोकसभा सीट का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां के मुसलमानों को मालूम है कि बसपा ने अपने मुस्लिम उम्मीदवार का टिकट बहुत पहले फाइनल र दिया था। लेकिन कांग्रेस ने भाजपा को जिताने के लिए मुस्लिम उम्मीदवार उतारा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पता है कि सहारनपुर में उसे कोई और वोट मिलने वाला नहीं है। इसलिए मैं कहना चाहती हूं कि मुस्लिम समाज को अपना वोट बांटना नहीं है, बल्कि गठबंधन उम्मीदवार को वोट देकर कामयाब बनाना है।
ये टीवी पर पैर धो रहे थे और दूसरी तरफ नौकरियां धो डालीं : अखिलेश
अखिलेश यादव ने रैली में कहा, ”ये टीवी पर पैर धो रहे थे और दूसरी तरफ नौकरियां धो डालीं। हमारे व्यापारी भाई इस सरकार में केवल लंच और मंच के लिए रह गए हैं, उनकी तरक्की नहीं हुई। ये किसानों की धरती है। यहां के लोग गन्ना पैदाकर पूरे देश को मिठास देने का काम कर रहे हैं।”
अखिलेश ने कहा, ”हम चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे। हमारे गठबंधन को मिलावट का गठबंधन कहते हैं। ये ‘सराब’ बताने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं। ये मिलावट का गठबंधन नहीं है, यह परिवर्तन का गठबंधन हैं। ये नई सरकार का गठबंधन है।” देवबंद रैली में सपा प्रमुख ने कहा कि पहले चायवाला, अब चौकीदार। नयी सरकार और नया प्रधानमंत्री चुनने का समय आ गया है। उन्होंने कांग्रेस पर भी हमला बोलते हुए कहा, ”कांग्रेस का भी यही हाल है, दोनों की नीतियां एक हैं। ये महागठबंधन तो देश में बदलाव लाने के लिए है। सोचना आपको है।”
देवबंद रैली में राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने कहा कि आज की भीड़ ने तय कर दिया है कि भाजपा का सफाया हो गया है। भाजपा सिर्फ हारेगी नहीं, उसका सूपड़ा साफ हो जाएगा। ‘अच्छे दिन’ नारे की आलोचना करते हुए चौधरी अजित सिंह ने कहा कि अच्छे दिन सिर्फ मोदी के आए हैं। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी दिन में तीन बार सूट बदलते हैं और कहते हैं कि मैं तो फकीर हूं झोला उठाकर चल दूंगा। अजित सिंह ने कहा कि भगवान हमें भी ऐसा फकीर बना दो।
युवाओं को संबोधित करते हुए चौधरी अजित सिंह ने कहा कि 45 साल में इतनी बेरोजगारी नहीं थी, जितनी नरेंद्र मोदी के राज में है। मोदी साहब ने वादा किया था, हर एक आदमी की जेब मैं 15 लाख पहुंचेंगे। देश का PM झूठ बोलता है ? न ,ये झूठ नहीं बोलता, ये कभी सच नहीं बोलता। बच्चे को क्या सिखाते हो आप की बेटा सच बोला कर ,मोदी के माँ -बाप ने उसको सच बोलने की सलाह नहीं दी है।