देश की सड़कों पर घर वापसी करते लुटे/लाचार लाखों प्रवासी मजदूर व उनके बिलकते परिवारों की भूख, बदहाली व रास्ते में हो रही मौतों के टीवी दृश्य हृदयविदारक व अति-दुःखद। ऐसे में केन्द/राज्य सरकारों द्वारा आजकी उनकी जिन्दगी-मौत की लड़ाई से निपटने के लिए कारगर व्यवस्था तत्काल लागू हो।
— Mayawati (@Mayawati) May 15, 2020
वहीं सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया ”श्रमिकों को काम पर लाने के लिए तो सरकार उद्योगपतियों को पास दे रही है, पर घर लौट रहे उन बेबस मज़दूरों के लिए कोई इंतज़ाम नहीं जो सड़कों पर भूखे-प्यासे मरने को मजबूर हैं। अब सब जान गये हैं कि ये सरकार अमीरों के साथ है और मज़दूर, किसान, ग़रीब के खिलाफ है। बीजेपी की कलई खुल गई है।”
श्रमिकों को काम पर लाने के लिए तो सरकार उद्योगपतियों को पास दे रही है पर घर लौट रहे उन बेबस मज़दूरों के लिए कोई इंतज़ाम नहीं जो सड़कों पर भूखे-प्यासे मरने पर मजबूर हैं.
अब सब जान गये हैं कि ये सरकार अमीरों के साथ है और मज़दूर, किसान, ग़रीब के ख़िलाफ़ है. भाजपा की कलई खुल गई है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 15, 2020
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब तक 3902 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की जा चुकी है जिनमें 2072 स्वस्थ हो चुके है हालांकि 88 मरीजों को इस वायरस के कारण जान भी गंवानी पड़ी है और 1742 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। आंकड़ों के अनुसार राज्य में अब तक एक लाख 53 हजार 139 नमूनों की जांच हो चुकी है जिसमें एक लाख 47 हजार 755 की रिपोर्ट निगेटिव आयी है जबकि 3902 पाजीटिव केस मिले हैं। 1482 की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।