बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर देशवासियों खासकर उत्तर प्रदेश के लोगों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए शनिवार को कहा कि तथागत गौतम बुद्ध के शान्ति, अहिंसा, करुणा और दया के सम्बंध में राजनीतिक बयानबाजी से कहीं ज्यादा उन्हें राष्ट्रजीवन में उतारने की सबसे ज्यादा जरुरत है, जिसके बिना समाज तथा देश बिखर रहा है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि मानवतावाद के मसीहा गौतम बुद्ध का शान्ति, अहिंसा, करुणा और दया का संदेश सम्पूर्ण मानवता के लिए ऐसी अमूल्य निधि है जिसकी बदौलत अपने देश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में शान्ति एवं सछ्वाव का वातावरण सृजित किया जा सकता है, जिसकी आज सख्त जरूरत भी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकास का गुजरात मॉडल उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल की अति-गरीबी, बेरोजगारी तथा पिछड़ापन को दूर करने में थोड़ा भी सफल नहीं हो सका, जो घोर वादाखिलाफी है। मोदी-योगी की डबल इंजन वाली सरकार ने विकास के बजाए केवल जाति और साम्प्रदायिक उन्माद, घृणा एवं हिंसा ही देश को दिया है, जो अति-दुखद है।
योगी सरकार को भी उखाड़ फेंकने तक चुप नहीं बैठेगा गठबंधन : मायावती
बसपा नेता ने कहा कि पूर्वांचल के साथ यह वादाखिलाफी और विश्वासघात तब हुआ है जब पीएम तथा यूपी के सीएम इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने सवाल किया है कि योगी को तो गोरखपुर ने ठुकरा दिया है तो क्या ऐसे में मोदी की जीत से ज्यादा वाराणसी में उनकी हार ऐतिहासिक नहीं होगी। क्या वाराणसी 1977 का रायबरेली दोहराएगा।