बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने सपा पर निशाना साधा है। उन्होंने समाजवादी पार्टी को जातिवादी मानसिकता वाली पार्टी कहा है। उन्होंने कहा, “बसपा के सत्ता में आने पर भदोही जिले का नाम फिर से संत रविदास नगर रखा जाएगा, जिसे जातिवादी मानसिकता के तहत ही पिछली सपा सरकार ने बदल दिया है।”
मायावती ने रविवार को ट्वीट कर कहा, “बसपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी है, जिसने अपनी सरकार के समय में संत रविदास को हर स्तर पर पूरा मान सम्मान दिया है। उसे अब विरोधी पार्टियां एक-एक करके खत्म करने में लगी हैं, जो बहुत ही निंदनीय है।” कांग्रेस, भाजपा व अन्य पार्टियां यहां उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार के चलते संत गुरु रविदास जी को कभी भी मान-सम्मान नहीं देती हैं। लेकिन वहीं पार्टियां सत्ता से बाहर होने पर फिर अपने स्वार्थ में इनके मंदिरों व स्थलों आदि में जाकर अलग नाटकबाजी जरूर करती हैं। इनसे सर्तक रहें।”
2.जबकि यहां बी.एस.पी. ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जिसने अपनी सरकार
के समय में, इनको विभिन्न स्तर पर, पूरा-पूरा मान-सम्मान दिया है। जिसे भी अब विरोधी पार्टियाँ एक-एक करके खत्म करने में लगी है। जो अति निन्दनीय है।— Mayawati (@Mayawati) February 9, 2020
उन्होंने कहा, “संत रविदास की जयंती पर हर किसी को प्रेरणा लेनी चाहिए। हमारी सरकार ने प्रदेश में संत रविदास पॉलिटेक्निक, चंदौली, संत रविदास एससी/एसटी प्रशिक्षण संस्थान, वाराणसी में गंगा नदी पर बनने वाले पुल का नाम संत रविदास के नाम, बदायूं में संत रविदास धर्मशाला के लिए, बिल्सी में संत रविदास की प्रतिमा स्थापना की स्वीकृति दी थी।
इसके अलावा भी और कई कार्य महान सद्गुरु के आदर सम्मान में बसपा की सरकार के दौरान किए गए थे, हम सत्ता में आने के बाद अपने काम पूरे करेंगे। बता दें कि लोकसभा चुनाव में सियासी मकसद के लिए एक-दूसरे को गले लगाने वाली सपा और बसपा के रास्ते अब अलग हैं। बसपा और सपा ने 2019 का लोकसभा चुनाव गठबंधन कर लड़ा, लेकिन अब वोट बैंक की तलाश में दोनों के रास्ते अलग-अलग हैं।