बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शन में गिरफ्तार निर्दोष लोगों को छोड़ने की मांग की है। मायावती ने सोमवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि उत्तर प्रदेश में हिंसक प्रदर्शन के बाद कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, ऐसे में जो लोग निर्दोष हैं उन्हें जांच पड़ताल करके छोड़ देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बसपा हिंसक प्रदर्शन के हमेशा खिलाफ रही है लेकिन पिछले कई दिनों से देश के अधिकांश भागों में और खासकर उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में हिंसक घटनाएं हुई हैं, यह अति-दु:खद व दुर्भाज्ञपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को ऐसे लोगों को रिहा कर देना चाहिए जो निर्दोष है।
2. किन्तु इस दौरान बिजनौर सहित कई ज़िलों में जो लोग मारे गये हैं, पार्टी इस दुःख की घड़ी में उनके साथ खड़ी है तथा जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं, उनकी सही जाँच-पड़ताल करके निर्दोषों को ज़रूर छोड़ा जाये। यह सरकार से माँग है व क़ानून भी यही कहता है।
— Mayawati (@Mayawati) December 23, 2019
प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा को लेकर अब तक 164 मामले दर्ज किए गए हैं। इन मामलों में नामजद 880 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही बड़ पैमाने पर सीसीटीवी फुटेज, ड्रोन कैमरे और मोबाइल से ली गई तस्वीरों को सोशल मीडिया के जरिए जारी कर शिनाख्त की कोशिश की जा रही है।
पुलिस महारीक्षक (कानून व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने कहा कि रविवार को प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में थी और कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अब तक 5312 लोगों को हिरासत में लेकर निरोधात्मक कार्यवाही की गई है।