बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) और रेलवे की आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार में छात्रों के हंगामे पर चिंता जाहिर करते हुए गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ‘युवाओं से पकौड़े बिकवाने की अपनी संकीर्ण सोच’ बदलनी चाहिए।
गरीब व बेरोजगार युवाओं की पिटाई को मायावती ने बताया अनुचित
मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, पहले यूपीटीईटी और अब रेलवे के आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा परिणाम को लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार में कई दिनों से भारी हंगामा जारी है। यह सरकारों की विफलताओं का ही प्रमाण है। गरीब युवाओं व बेरोजगार नौजवानों के भविष्य के साथ ऐसे खिलवाड़ और विरोध करने पर उनकी पिटाई सर्वथा अनुचित है।
केंद्र की गलत नीतियों के कारण गरीबी और बेरोजगारी चरम पर
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, सरकार की गलत नीतियों के कारण गरीबी और बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है। सरकारी नौकरी व उनमें आरक्षण की सुविधा गौण हो गई है। ऐसे में वर्षों से छोटी सरकारी नौकरियों के लिए परीक्षा भी सही से नहीं होना अन्यायपूर्ण है। भाजपा युवाओं से पकौड़ा बिकवाने की अपनी संकीर्ण सोच बदले। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज और बिहार की राजधानी पटना में रेलवे की एनटीपीसी भर्ती परीक्षा के परिणाम में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अभ्यर्थियों ने काफी हंगामा किया था।
छात्रों ने की ट्रेनों को रोकने की कोशिश, पुलिस ने की जमकर पिटाई
प्रयागराज में मंगलवार को छात्र रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए और ट्रेनों को रोकने की कोशिश की थी। उसके बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो में पुलिसकर्मी एक अतिथि गृह में घुसकर छात्रों की बुरी तरह पिटाई करते हुए देखे गए थे। इस मामले में कई पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। उधर, पटना में भी आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा में धांधली का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने ट्रेन की एक बोगी में आग लगा दी और राजेंद्र नगर टर्मिनल के सामने एक मालगाड़ी को रोक दिया।