बसपा की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को नागरिकता संशोधित क़ानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के मुद्दे पर बहस करने की सत्तापक्ष की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी सीएए और एनआरसी के मुद्दे पर किसी भी मंच पर बहस करने को तैयार है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, “अति-विवादित सीएए-एनआरसी-एनपीआर के खिलाफ पूरे देश में खासकर युवा व महिलाओं के संगठित होकर संघर्ष व आन्दोलित हो जाने से परेशान केन्द्र सरकार द्वारा लखनऊ की रैली में विपक्ष को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती को बसपा किसी भी मंच पर व कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है।”
आति-विवादित CAA/NRC/NPR के खिलाफ पूरे देश में खासकर युवा व महिलाओं के संगठित होकर संघर्ष व आन्दोलित हो जाने से परेशान केन्द्र सरकार द्वारा लखनऊ की रैली में विपक्ष को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती को BSP किसी भी मंच पर व कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है।
— Mayawati (@Mayawati) January 22, 2020
उल्लेखनीय है की विपक्षी दल सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं। बता दें मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लखनऊ में सीएए के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया था। रैली के दौरान उन्होंने सीएए विरोधियों को चुनौती देते हुए नागरिकता कानून पर सावर्जिनक मंच पर बहस के लिए कहा था।