उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते आपराधों को लेकर प्रदेश की मौजूदा बीजेपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि हाथरस की घटना के बाद, मुझे उम्मीद थी कि यूपी सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। लेकिन बलरामपुर में एक दलित छात्र के साथ ऐसा ही अपराध किया गया है।
उन्होंने कहा, मुकजे उम्मीद थी कि यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीड़न कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। आज सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज़ में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया। उन्होंने कहा, बीजेपी सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजक तत्वों का राज चल रहा है।
हाथरस के बाद बलरामपुर में हुआ गैंगरेप, पुलिस ने कहा-नहीं तोड़े गए पैर और कमर, पीड़िता की हुई मौत
मायावती ने कहा, महिलाओं के खिलाफ बिना किसी अपराध के यूपी में एक भी दिन नहीं बीतता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकते तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। वह राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में असमर्थ है। मैं केंद्र से आग्रह करती हूं कि उन्हें उनके स्थान गोरखनाथ मठ भेजा जाए।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप पीड़िता की मौत को लेकर शुरू हुआ बवाल अभी थमा नहीं कि बलरामपुर से सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया। जहां दरिंदगी के बाद पीड़िता की हालत इतनी खराब थी की वो न तो कुछ बोल पा रही थी और न ही ठीक से खड़ी हो पा रही थी। दरिंदो ने दरिंदगी की सारे हदें पार की थी, जिसके बाद इलाज़ के दौरान उसकी मौत हो गई।