स्विस बैंक में भारतीय लोगों का पैसा 14 साल के उच्च सतर पर पहुंच गया है। स्विट्जरलैंड सेंट्रल बैंक की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, स्विस बैंकों में भारतीय लोगों का डिपॉजिट पैसा 4,800 करोड़ के करीब पहुंच गया है। इसको लेकर बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने केंद्र सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा किया है।
मायावती ने पूंजीपतियों के विदेशों में जमा काले धन पर तंज कसते हुए देश में विपक्ष के नेताओं पर केन्द्रीय एजेंसियों की छापेमारी की ओर इशारा किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘भारतीय पूंजीपतियों व धन्नासेठों की स्विट्जरलैंड के बैंकों में जमा धन 14 वर्ष के रिकार्ड स्तर पर 3.83 बिलियन फ्रैंक पहुँचने की खबर चर्चाओं में है, जिस पर गरीबी, महंगाई व बेरोजगारी आदि के अभूतपूर्व संकट से जूझ रहे देश के लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि वे कैसे खुश हों?’’
भारतीय पूंजीपतियों व धन्नासेठों की स्विटजरलैण्ड के बैंकों में जमा धन 14 वर्ष के रिकार्ड स्तर पर 3.83 बिलियन फ्रैंक पहुँचने की खबर चर्चाओं में है, जिस पर गरीबी, महंगाई व बेरोजगारी आदि के अभूतपूर्व संकट से जूझ रहे देश के लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि वे कैसे खुश हों?
— Mayawati (@Mayawati) June 17, 2022
गौरतलब है कि स्विस बैंकों में जमा धन के बारे में जारी रिपोर्ट के हवाले से मायावती ने सरकार की मंशा को सवालों के घेरे में खड़ा किया है। रिपोर्ट में उजागर हुआ है कि भारत के पूंजीपतियों का स्विस बैंकों में जमा धन पिछले 14 सालों के रिकार्ड स्तर पर पहुंच गया है।
रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2021 स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों और कंपनियों का डिपॉजिट बढ़कर 3.83 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी 30,500 करोड़ से भी अधिक हो गयी है। इससे पहले 2020 के अंत में केवल 2.55 बिलियन स्विस फ़्रेन्स मतलब 20,700 करोड़ था। यानी स्विस बैंकों में पिछले साल से भारतीयों का पैसा 50 फीसदी बढ़ा है।