हाथरस में गैंगरेप के बाद दलित लड़की की मौत पर लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। न्याय की मांग करते हुए बुधवार को हाथरस में पीड़िता के समुदाय के लोगों ने ज़ोरदार प्रदर्शन किया। भारी संख्या में इकट्ठा हुए प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की।
इस पूरे मामले में जांच के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया। एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में किए जाने के निर्देश दिए।
गौरतलब है कि हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर गैंगरेप की वारदात हुई थी। दो हफ्तों तक जिंदगी और मौत के बीच झूलती रही गैंगरेप पीड़िता ने मंगलवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में हार मान ली। दरिंदो ने पीड़िता की जीभ काटकर रीढ़ की हड्डी तोड़ दी थी।
पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था।