उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल में बंद सांसद आजम खां पर मनी लॉड्रिंग केस को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) का शिकंजा कसता जा रहा है| आपको बता दे कि ईडी की दो सदस्यीय टीम ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान से पूछताछ करने के लिए सोमवार को सीतापुर जेल पहुंची| मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आजम खान से रामपुर में जौहर यूनिवर्सिटी के फंडिंग के लिए पूछताछ की जा रही है। रामपुर जिला प्रशासन ने पिछले सप्ताह मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय से 70.05 हेक्टेयर से अधिक भूमि वापस ले ली थी। विश्वविद्यालय आजम खान की अध्यक्षता में मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है।
मनी लॉड्रिंग केस में ED ने आजम खां से की कई घंटे पूछताछ
बता दें कि इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी नेता आजम खां से प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने सीतापुर जेल में पूछताछ की है| वहीं, ईडी की टीम उनसे लगातार पूछताछ कर रही है| रामपुर सांसद आजम खां 27 फरवरी 2020 से सीतापुर जेल में कई मामलों में बंद हैं| वहीं, इससे पहले बीते सोमवार, मंगलवार और बुधवार को भी ईडी की टीम ने आजम से कई घंटों तक पूछताछ की थी| वहीं, बीते सोमवार को हाई कोर्ट का आदेश लेकर जेल में पहुंची ईडी की टीम ने लगभग 3 घंटे तक आजम खां से बंद कमरे में पूछताछ की थी| मंगलवार को फिर ईडी की टीम ने 4 घंटे तक लंबी पूछताछ की थी| इसके बाद टीम के अधिकारी शाम चार बजे जेल से चले गए थे|
सपा नेता आजम खान के खिलाफ मामला
गौरतलब है कि सपा के नेता आजम खान पर धोखाधड़ी और दस्तावेजों की जालसाजी सहित कई आरोप हैं| अआप्को बता दें कि बीते साल 2019 में आजम खान और उनके बेटे के खिलाफ एक FIR दर्ज की गई थी| जिसमें आरोप लगाया गया था कि उनके बेटे अब्दुल्ला ने अपने नामांकन पत्र के साथ स्वार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए जाली दस्तावेज जमा किए थे| ऐसे में चुनाव लड़ने के लिए योग्य बनने के लिए अपने नामांकन पत्र में अब्दुल्ला ने अपनी असल जन्म तिथि को बदलकर 1 जनवरी 1993 रखी थी, जबकि उनकी वास्तविक जन्मतिथि 30 सितंबर, 1990 है| इस दौरान सपा नेता और उनके बेटे को दो फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के लिए IPC की कई धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं| उन्हें फरवरी 2021 में उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान के साथ जेल में डाल दिया गया था|