समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को मैनपुरी संसदीय सीट से नामांकन भरा। इस दौरान उनके साथ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और पार्टी महासचिव रामगोपाल यादव मौजूद थे। मुलायम इस सीट पर पांचवीं बार जीत हासिल करने के लिये चुनाव लड़ रहे हैं।
मुलायम सिंह यादव के नामांकन दाखिल करने के समय उनके भाई और प्रजातांत्रिक समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव मौजूद नहीं थे। यह पहला मौका है जब मुलायम सिंह यादव के नामांकन के समय उनके छोटे भाई शिवपाल साथ में नहीं दिखे। सुबह प्रसपा अध्यक्ष ने मुलायम के आवास पर जाकर अपने बड़े भाई से मुलाकात की थी।
सपा संरक्षक का नामांकन कराने के लिये सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव समाजवादी रथ से उन्हें लेकर मैनपुरी कलेक्ट्रेट पहुंचे। वहां कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। नामांकन के बाद संवाददाताओं से बात करते हुये मुलायम सिंह यादव ने क्षेत्र की जनता को धन्यवाद दिया। इस दौरान शिवपाल सिंह के बारे में पूछे गये सवाल पर उन्होंने हाथ जोड़ लिये और कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
मुलायम सिंह यादव ने दिये शिवपाल से दूरी बनाने के संकेत
नामांकन से पहले मिला हैंड ग्रेनेड
मुलायम सिंह यादव के नामांकन से पहले रास्ते पर हैंड ग्रेनेड मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस अधीक्षक अजय शंकर ने बताया कि दन्नाहार थाना क्षेत्र के ग्राम झंडाहार के पास सड़क पर एक निष्क्रिय हैंड ग्रेनेड मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस ने हैंड ग्रेनेड को कब्जे में ले लिया है। उन्होंने बताया, ”कुछ बच्चों ने इसे तालाब से निकालकर सड़क पर रख दिया था। मामले की जांच चल रही है।”
वही, ग्रेनेड मिलने के बाद इलाके में सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया। बता दें कि सपा संरक्षक ने 2014 के लोकसभा चुनाव में साढ़े तीन लाख मतों के अंतर से मैनपुरी सीट जीती थी। वह आजमगढ़ सीट से भी जीते थे और मैनपुरी सीट छोड़ने के बाद हुये उप चुनाव में यादव के पौत्र तेजप्रताप सांसद चुने गये थे।