उत्तर प्रदेश से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। दरअसल, नोएडा के गौतमबुद्ध नगर से एक बुज़ुर्ग व्यक्ति के साथ धर्म पूछकर मारपीट करने का मामला सामने आया था। लेकिन मामले की जांच कर रहे विशेष जांच टीम के अनुसार, ये घटना मारपीट का नहीं बल्कि लूटपाट का बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश पूर्व में थाना बीटा-2 पुलिस द्वारा मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इन बदमाशों ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लूटपाट की दर्जनों वारदात करनी स्वीकार की है।
लिफ्ट देकर लोगों के साथ मारपीट कर लूटपाट करता था
पुलिस के मुताबिक, ये लोग कार में लिफ्ट देकर लोगों के साथ मारपीट कर लूटपाट करते हैं। पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) हरिश चंदर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के नाम शिवकुमार, बबलू वर्मा, दीपक वर्मा तथा ट्विंकल है। उन्होंने बताया कि शिव कुमार, बबलू तथा दीपक घटना में शामिल थे, जबकि ट्विंकल ने अपनी गाड़ी उन्हें वारदात करने के लिए उपलब्ध करवाई थी। उन्होंने बताया कि पीड़ित ने भी अपराधियों की पहचान की है।
कार में सवार लोगों ने धर्म पूछकर मारपीट शुरू कर दी
गौरतलब है कि, दिल्ली के रहने वाले कजीम ने 15 जनवरी वर्ष 2023 को थाना सेक्टर 39 में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कजीम ने आरोप लगाया है कि चार जुलाई वर्ष 2021 को अलीगढ़ जाने के लिए नोएडा के सेक्टर 37 स्थित बस अड्डा पहुंचने पर कार सवार कुछ लोगों ने उन्हें अलीगढ़ छोड़ने की बात कही। कजीम ने आरोप लगाया था कि कार में सवार लोगों ने कुछ देर बाद उनका धर्म पूछकर उनसे मारपीट शुरू कर दी और उनकी दाढ़ी नोची तथा उन्हें निर्वस्त्र करके उन्हें अपमानित किया।
पेचकस से आंख फोड़ने का प्रयास किया
कजीम ने शिकायत में कहा था कि, आरोपियों ने पेचकस से हमला कर उनकी आंख फोड़ने का प्रयास किया। इस मामले में पीड़ित ने अल्पसंख्यक आयोग से लेकर उच्चतम न्यायालय तक का दरवाजा खटखटाया। उच्चतम न्यायालय ने जब उत्तर प्रदेश पुलिस को नोटिस जारी किया तब थाना सेक्टर 39 पुलिस ने डेढ़ वर्ष बाद आनन-फानन में मुकदमा दर्ज कर मंगलवार को इस मामले का खुलासा किया।