नोएडा/गाजियाबाद (उप्र) : नोएडा पुलिस ने मंगलवार को कहा कि उसने संशोधित नागरिकता कानून के बारे में अफवाह फैलाने को लेकर करीब 300 लोगों की पहचान की है, उन्हें चेतावनी दी है। पुलिस गिरफ्तारी समेत उनके विरूद्ध विभिन्न कार्रवाई भी कर सकती है।
नोएडा और उत्तर प्रदेश के अन्य स्थानों पर पुलिस ने नये विवादास्पद नागरिकता कानून को लेकर दिल्ली तथा अलीगढ़ में हिंसक प्रदर्शन के आलोक में जमीनी स्तर पर और फेसबुक एवं ट्विटर समेत सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है।
गौतम बुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘ नागरिकता कानून के संबंध में ऑनलाइन अफवाह फैलाने को लेकर करीब 300 लोगों की पहचान की गयी है और उन्हें चेतावनी दी गयी है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है और जांच के आधार पर उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।’’
पुलिस ने राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं समेत लोगों को किसी भी तरह से कानून व्यवस्था हाथ में लेने के विरूद्ध चेताया भी है।
अपने आपको भाजपा की युवा शाखा की जिला इकाई का अध्यक्ष बताते हुए एक व्यक्ति द्वारा ट्विटर पर लिखा गया, ‘‘ नोएडा के किसी भी हिस्से में रह रहे सभी बांग्लादेशियों और रोहिंग्या शरणार्थियों की भाजपा युवा मोर्चा पहचान करेगी और सरकार को सूचना दी जाएगी।’’
इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने ट्वीट किया, ‘‘ सावधान रहिए, यदि आप कानून अपने हाथों में लेंगे तो पुलिस कार्रवाई करेगी। आपकी गैर जिम्मेदाराना हरकत से कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा हो सकती है। पुलिस के काम में हस्तक्षेप न करें।’’
पुलिस उपाधीक्षक (सदर) अंशु जैन ने पीटीआई भाषा को बताया कि गाजियाबाद के मुराद नगर और मसूरी में पुलिस ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रदर्शन के बारे में व्हाट्सअप पर अफवाह फैलाने को लेकर भादंसं और आईटी कानून की संबंधित धाराओं के तहत दो लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की।
मंगलवार को दिन में जिला प्रशासन और पुलिस ने संशोधित नागरिकता कानून के बारे में आशंकाएं दूर करने के लिए मुस्लिम समुदाय के प्रमुख लोगों से बात की।