यूपी में उपचुनाव होने हैं इस बीच यूपी की मैनपुरी लोकसभा सीट चर्चा में बनी हुई है बता दें मैनपुरी सीट पर पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव का कब्जा था। लेकिन उनके निधन के बाद मैनपुरी सीट खाली हो गई थी।अब इसी सीट पर उपचुनाव होने है। मुलायम सिंह के दबदबे को बरकरार करने के लिए सपा ने डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है। वहीं सुभासपा ने भी सपा के खिलाफ अपना उम्मीदवार उतारा लेकिन सपा पर आरोप लग रहे हैं कि अखिलेश यादव ने आपी ऱाजभर के उम्मीदवार का नामांकन खारिज कर दिया है। इस पूरे मामले के बाद यूपी की राजनीति सुर्खियों में है। बता दें सुभासपा के राष्ट्रीय सचिव अरुण राजभर ने आरोप लगाया है कि रमाकांत कश्यप का पर्चा समाजवादी पार्टी मुखिया के दबाव में खारिज किया गया है। पर्चा खारिज होने के खिलाफ पार्टी सोमवार को हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करेगी। मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में सुभासपा ने रमाकांत कश्यप को प्रत्याशी बनाया था। सपा से गठबंधन टूटने के बाद सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव को मैनपुरी में चुनौती दी थी। लेकिन उनके उम्मीदवार को पर्चा खारिज कर दिया गया है।
नामांकन पत्रों की कराई गई जांच
नामाकंन प्रक्रिया पूरी होने के बाद प्रशासन ने नामाकंन पत्रों की जांच कराई। नामाकंन पत्र में कमी दिखाकर सुभासपा प्रत्याशी रमाकांत कश्यप, सुनील कुमार मिश्र, राम कुमार, उर्मिला देवी कपिंजल यादव, महेश चंद्र शर्मा, विद्यावती का पर्चा खारिज कर दिया गया। रमाकांत का पर्चा खारिज होने के बाद से ही पार्टी सपा पर हमला कर रही है।
अरुण राजभर ने दबाव बनाने का लगाया आरोप
वहीं सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर का दावा है। कि ओमप्रकाश राजभर की ओर से प्रत्याशी की घोषणा के बाद से ही दबाव बनाया जा रहा था। सपा के लोग हमारे प्रत्याशी को डराने की कोशिश कर रहे थे। जब प्रत्याशी मैदान से नहीं हटा तो प्रशासन की मदद लेकर रास्ते से हटा दिया।