किसान संघ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री ठाकुर संकठा प्रसाद सिंह की 100वीं जयंती पर उनके पुरे जीवन पर आधारित पुस्तक 'कर्मयोगी ठाकुर संकठा प्रसाद जी' के विमोचन के मौके पर आयोजित किये गए कार्यक्रम में देश रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शामिल हुए। उन्होंने कहा कि संकठा बहुत बड़े मन के थे और बड़े मन का व्यक्ति लोगों के दिल जीत लेता है। मेरा पूर्ण विश्वास है कि संकठा का पुनर्जन्म नहीं हुआ और वे मोक्ष को प्राप्त हुए होंगे क्योंकि उनके जीवन का हर नियम, प्रक्रिया व विधान राष्ट्र की सुरक्षा की गारंटी देने वाला राष्ट्रधर्म रहा है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि देश का कृषि मंत्री बनने के बाद जब मैं ठाकुर संकठा प्रसाद सिंह जी से मिला और उनसे पूछा कि किसानों के लिए हमें क्या करना चाहिए तो उन्होंने कहा कि किसानों का ब्याज कम कर दो। उनके सुझाव पर ही मैंने अटल जी से बात करके किसानों को 14 से 18 फीसद पर मिलने वाले किसान ऋण की दर को 8.5 प्रतिशत कराया था। संकठा संघ की ऋषि परंपरा के एक ऋषि थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि संघ प्रचारक के रूप में समाज निर्माण करते हुए राष्ट्र निर्माण का आजीवन काम करने वाले ठाकुर संकठा प्रसाद सिंह समर्पण व अनुशासन के पर्यायवाची निष्काम कर्मयोगी थे। वे अनुशासन में कठोर तथा संवेदना में फूल जैसे कोमल थे। जब ऐसे तपस्वी प्रचारक के बारे में आज हम सभी स्मरण कर रहे हैं तो आवश्यक है कि उनके जीवन के गुण भी हमारे जीवन में जरूर आयें।था।
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