उत्तर प्रदेश के विपक्षी दल समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने राज्य की योगी सरकार पर कोरोना के आंकड़ों में हेरफेर कर उसे नियंत्रण करने का झूठा दावा करने का आरोप लगाया है। तीसरी लहर के और ज्यादा घातक होने की चेतावनियां मिल रही हैं, ऐसे में भाजपा सरकार का यह झूठ कि राज्य में कोरोना पर नियंत्रण पाया जा रहा है, बेहद जानलेवा साबित हो सकता है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के दैनिक आँकड़े बुरी तरह विचलित करने वाले हैं, पूरी दुनिया में महामारी के प्रसार पर चिंता जताई जा रही है और तीसरी लहर के और ज्यादा घातक होने की चेतावनियां मिल रही हैं, ऐसे में भाजपा सरकार का यह झूठ कि राज्य में कोरोना पर नियंत्रण पाया जा रहा है, बेहद जानलेवा हो सकता है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बरेली में पत्रकारों के सामने दावा किया था कि सरकार के बेहतर प्रबंधन से कोविड मरीजों की संख्या एक सप्ताह में 65 हजार से अधिक कम हुई है। सपा मुख्यालय द्वारा आज जारी बयान में यादव ने कहा कि जिस तेजी से ग्रामीण इलाकों में संक्रमण फैल रहा है, उससे प्रदेश में संक्रमितों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
जब राजधानी लखनऊ सहित महानगरों में महामारी नहीं थम रही है, इलाज, दवा, अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटीलेटर, आदि की घोर अव्यवस्थाओं की रोज खबरें आ रही हैं, ऐसे में गांवों में क्या स्थिति होगी इसका अंदाजा लगा सकते हैं। यादव ने कहा, ”शहरों से गांवों में पहुँच रहे श्रमिकों और अन्य लोगों की जांच नहीं हो पा रही है, प्रशासनिक मशीनरी और स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह पंगु हो चुकी हैं और गांवों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो बहुत जगह खुलते भी नहीं हैं।”
उन्होंने कहा, ”अब तो भाजपा सरकार के कामकाज और झूठे दावों को लेकर भाजपा विधायकों एवं सांसदों का क्षोभ और आक्रोश भी सामने आने लगा है। बरेली में अभी केंद्रीय मंत्री से लेकर सांसद, विधायक तक ने मुख्यमंत्री का वास्तविकता से परिचय कराया। समीक्षा बैठक में जनता को अपने सिस्टम तले रौंद रही भाजपा सरकार की मशीनरी की पोल खुल गई है।” उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि कोरोना के संकटकाल में योगी के चौपट राज ने उत्तर प्रदेश को चौपट प्रदेश में बदल दिया है।
कांग्रेस द्वारा रविवार को जारी बयान के अनुसार, लल्लू ने कहा, ” प्रदेश में रोजाना हजारों की संख्या में कोविड के नए मामले और संक्रमण से सैकड़ों लोगों के मरने की खबर आ रही है। इनमें से अधिकतम मौतें ऑक्सीजन या दवाई की से हो रही हैं। यह स्थिति भयावह है, लेकिन इससे भी ज्यादा भयावह है आंकड़ों में धोखाधड़ी।”
उन्होंने कहा, ”सरकार शुतुरमुर्ग की तरह रेत में गर्दन डालकर तथ्यों को छुपाने का प्रयास कर रही है लेकिन अपनों को खोने वालों की संख्या सरकारी आंकड़ों की पोल खोल रही है।” लल्लू ने दावा किया, ”प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार लखनऊ में तीन मई तक एक सप्ताह में केवल 276 मृत्यु दर्ज हुईं, जबकि श्मशान घाट के रिकॉर्ड के अनुसार इस दौरान लखनऊ में 400 मृतकों के अंतिम संस्कार हुए। वहीं, कानपुर में 24 अप्रैल तक एक सप्ताह में 66 मृत्यु (प्रशासनिक आंकड़ा) दर्ज हुई, जबकि श्मशान घाट में जलाई गई चिताओं का आंकड़ा 462 था।”