उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतने वाली एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “अब्बा जान” वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने एक के बाद एक लगातार 3 ट्वीट कर सीएम योगी पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया है कि राज्य में मुसलमानों की साक्षरता-दर सबसे कम है। और साल 2017-18 में पीएम ग्रामीण आवास योजना के तहत सिर्फ 10 मुसलमानों को घर मिले हैं।
ओवैसी ने ट्वीट करते हुए लिखा, कैसा तुष्टिकरण? प्रदेश के मुसलमानों की साक्षरता-दर सबसे कम है, मुस्लिम बच्चों का ड्रॉपआउट रेट सबसे ज़्यादा है। मुस्लिम इलाक़ों में स्कूल-कॉलेज नहीं खोले जाते। अल्पसंख्यकों के विकास के लिए केंद्र सरकार से बाबा (योगी) की सरकार को 16207 लाख मिले थे, बाबा ने सिर्फ 1602 लाख खर्च किया।
ग्रामीण उत्तर प्रदेश में 13944 sub-centres की कमी है, 2936 PHC की कमी है, 53% CHC की कमी है। केंद्र सरकार के मुताबिक़ बाबा-राज में उ.प्र के PHC में सबसे कम डॉक्टर मौजूद हैं। कुल 2277 डाक्टरों की कमी है। अगर काम किए होते तो “अब्बा, अब्बा” चिल्लाना नहीं पड़ता। 3/
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 13, 2021
उन्होंने कहा, 2017-18 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत मात्र 10 मुसलमानों को घर मिले। “अब्बा” के बहाने किसके वोटों का पुष्टिकरण हो रहा है बाबा? देश के 9 लाख बच्चे गंभीर तौर पर कुपोषित हैं, जिसमें से 4 लाख बच्चे सिर्फ़ उत्तर प्रदेश से हैं।
एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने कहा, ग्रामीण उत्तर प्रदेश में 13944 सब-सेंटर्स की कमी है, 2936 PHC की कमी है, 53 प्रतिशत CHC की कमी है। केंद्र सरकार के मुताबिक़ बाबा-राज में उ.प्र के PHC में सबसे कम डॉक्टर मौजूद हैं। कुल 2277 डाक्टरों की कमी है। अगर काम किए होते तो “अब्बा, अब्बा” चिल्लाना नहीं पड़ता।
गौरतलब है कि योगी ने रविवार को कुशीनगर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ‘अब्बा जान’ वाली टिप्पणी की थी। पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार का परोक्ष रूप से उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा था, ‘अब्बा जान कहने वाले गरीबों की नौकरी पर डाका डालते थे। पूरा परिवार झोला लेकर वसूली के लिए निकल पड़ता था। अब्बा जान कहने वाले राशन हजम कर जाते थे। राशन नेपाल और बांग्लादेश पहुंच जाता था। आज जो गरीबों का राशन निगलेगा, वह जेल चला जाएगा।’
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सभी दलों ने अपनी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इस चुनावी माहौल में जनता के भरोसे पर खरा उतरने के लिए असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी पूरी तरह से मैदान में उतर चुकी है। एआईएमआईएम प्रमुख ने हाल में ही अयोध्या का दौरा कर वहां का सियासी पारा हाई कर दिया था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर राज्य में ध्रुवीकरण का माहौल बनने लगा है। इस चुनावी माहौल में जनता के भरोसे पर खरा उतरने के लिए असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम भी पूरी तरह से मैदान में उतर चुकी है। एआईएमआईएम प्रमुख ने हाल में ही अयोध्या का दौरा कर वहां का सियासी पारा हाई कर दिया था।