प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल के गोरखपुर को 9 हजार 600 करोड़ से ज्यादा की विकास परियोजनाओं की सौगात दी। इन परियोजनाओं में 30 साल के बंद पड़े खाद कारखाने को दोबारा शुरू करवाया गया है।इसके साथ ही गोरखपुर एम्स को भी राष्ट्र को समर्पित किया। पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि डबल इंजिन सरकार तेजी से काम करती है। इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी मौजूद थे।
31 वर्षों से बंद पड़े इस कारखाने
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि 600 एकड़ क्षेत्र में बनाए गए खाद कारखाने का निर्माण 8603 करोड़ रुपए की लागत से किया गया है। विगत 31 वर्षों से बंद पड़े इस कारखाने के प्रारंभ होने से सालाना 12.7 लाख मीट्रिक टन उर्वरक का उत्पादन होगा और इससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित होगा।उन्होंने बताया कि गोरखपुर में 112 एकड़ क्षेत्र में 1011 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित एम्स की आधारशिला वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने ही रखी थी। यह एम्स उत्तर प्रदेश तथा बिहार के साथ-साथ नेपाल को भी उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
प्रवक्ता के मुताबिक, गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में स्थित आईसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर में विषाणु जनित बीमारियों पर शोध के साथ ही प्रशिक्षण की सुविधा भी उपलब्ध होगी। इससे उत्तर प्रदेश और बिहार की बड़ी आबादी लाभान्वित होगी।
समाजवादी पार्टी पर तंज कसा
इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है। मोदी ने कहा कि आज पूरा यूपी भली-भांती जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं। लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए, माफियाओं को खुली छूट देने के लिए. लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए, आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए. और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी।