लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

PM मोदी ने रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय का किया लोकार्पण, कहा- आत्मनिर्भरता में कृषि महत्वपूर्ण

प्रधानमंत्री ने युवा कृषि वैज्ञानिकों से यह विचार करने को कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक के खाद्य तेलों का आयात क्यों करना पड़ रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को युवा कृषि वैज्ञानिकों से भारत में खाद्य तेलों, फल-सब्जियों और अन्य कृषि उत्पादों के आयात पर निर्भरता कम करने, किसानों को पानी की बचत करने वाली सिंचाई की तकनीकों के प्रति जागरूक बनाने तथा जैव-विविधता जैसे मुद्रों पर ध्यान देने की अपील की।
मोदी उत्तर प्रदेश में झांसी में स्थापित रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह में कृषि विज्ञान के छात्र-छात्राओं से बात कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने युवा कृषि वैज्ञानिकों से यह विचार करने को कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश में 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक के खाद्य तेलों का आयात क्यों करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा कि कृषि में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य किसानों को एक उत्पादक के साथ ही उद्यमी बनाने का भी है। जब किसान और खेती, उद्योग के रूप में आगे बढ़ेगी तो बड़े स्तर पर गांव में और गांव के पास ही रोज़गार और स्वरोज़गार के अवसर तैयार होने वाले हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जब हम कृषि में आत्मनिर्भरता की बात करते हैं तो ये सिर्फ खाद्यान्न तक ही सीमित नहीं है। बल्कि ये गांव की पूरी अर्थव्यवस्था की आत्मनिर्भरता की बात है। ये देश में खेती से पैदा होने वाले उत्पादों में वैल्यू एडिशन करके देश और दुनिया के बाज़ारों में पहुंचाने का मिशन है
उन्होंने किसानों को ड्रिप, स्प्रिंगलर और सूक्ष्म सिंचाई तकनीकों के महत्व व जल संचय के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने खेत को जल से लबालब भर कर सिंचाई करने की आदत को छोड़ने की जरूरत पर बल देते हुए उदाहरण दिया कि ‘बच्चा दूध से नहलाने से नहीं, चम्मच से थोड़ा-थोड़ा दूध पिलाने से मजबूत होता है।’
मोदी ने कच्छ के ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों के प्रयास का उदाहरण देते हुए कहा कि ऐसे फल देश में भी पैदा किए जा सकते हैं जो अभी केवल विदेश से आयात किए जाते हैं। मोदी ने बताया कि उन्होंने खुद इस फल का स्वाद लिया है और यह आयातित फल से कम स्वादिष्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि वन संरक्षण और जैव विविधता का संरक्षण बहुत महत्वपूर्ण है।
इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिह तोमर भी मौजूद थे। इससे पहले मोदी ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा था कि वह शनिवार को रानी लक्ष्मी बाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी के कॉलेज और प्रशासनिक भवनों का उद्घाटन करेंगे।

ममता ने सितंबर में फाइनल ईयर एग्जाम कराने से किया इंकार, अब बंगाल में इस महीने में होगी परीक्षा

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

nine + 4 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।