उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोरखपुर को 9600 करोड़ रूपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे। सात दिसंबर को गोरखपुर में खाद कारखाना और एम्स समेत 9600 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में उर्वरक कारखाने और एम्स के अलावा आईसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण भी करेंगे। यह सभी परियोजनाएं आत्मनिर्भर भारत को खाद्य सुरक्षा तथा स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान करेंगी।
संयंत्र के शुरु होने से उर्वरक उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी
लगभग 598 एकड़ में स्थापित खाद कारखाने की लागत 8,603 करोड़ रुपए है। इस संयंत्र की क्षमता 2,200 मीट्रिक टन लिक्विड अमोनिया तथा 3,850 मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया के प्रतिदिन उत्पादन है। यह खाद कारखाना 12.7 लाख मीट्रिक टन प्रिल्ड नीम कोटेड यूरिया का वार्षिक उत्पादन करेगा। मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि 30 साल से बंद पड़े गोरखपुर उर्वरक कारखाने को फिर से शुरु किया जा रहा है। उन्होंने इस पर खुशी का इजहार करते हुये कहा कि इस संयंत्र के शुरु होने से उर्वरक उत्पादन में देश को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।
It makes me very happy that the Gorakhpur Fertiliser Plant will be revived after remaining shut for over 30 years. This plant is important in order to become Aatmanirbhar in urea production. Will also dedicate to the nation the AIIMS Gorakhpur, which will strengthen health infra.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 6, 2021
PM तीन बजे गोरखपुर से दिल्ली के लिये रवाना होंगे
प्रधानमंत्री के यात्रा कार्यक्रम के अनुसार मोदी दोपहर 12:30 बजे गोरखपुर पहुंचेंगे। हवाईअड्डे से वह दोपहर एक बजे आयोजन स्थल पर पहुंचेंगे। यहां वह 2:20 बजे तक एम्स और उर्वरक कारखाने का लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री तीन बजे गोरखपुर से दिल्ली के लिये रवाना हो जायेंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि नवनिर्मित एम्स की अनुमोदित लागत 1,011 करोड़ रुपए है। इसकी स्थापना 112 एकड़ क्षेत्र में की जा रही है। इस उच्चस्तरीय विशेषज्ञ चिकित्सा संस्थान के माध्यम से मरीजों को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी। इसमें गोरखपुर एम्स 14 अत्याधुनिक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर, उच्च श्रेणी के नवीनतम सीटी, एमआरआई, डायलिसिस मशीन, सी-आर्म मशीन सहित अनेक मेडिकल उपकरणों एवं सुविधाओं से युक्त है।
वायरस की पहचान करने तथा उसके उपचार के लिए अनुसंधान को आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
इसके अलावा गोरखपुर में स्थापित किए जा रहे भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेण्टर, इंसेफेलाइटिस, डेंगू, चिकुनगुनिया, कालाजार सहित कोविड-19 जैसी बीमारी के वायरस की पहचान करने तथा उसके उपचार के लिए अनुसंधान को आगे बढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।