प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के पूर्ण खंड और बीना-पनकी मल्टीप्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे। इससे पहले उन्होंने आईआईटी कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने युवाओं से आग्रह किया कि आप अपने स्वयं के रोबोट वर्जन कभी ना बनें। आप अपनी मानवीय संवेदनाओं, कल्पनाओं और जिज्ञासा को हमेशा जिंदा रखिए।
दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, कानपुर के लिए आज का दिन दोहरी खुशी का दिन है। एक तरफ कानपुर को मेट्रो रेल की सुविधा मिल रही है तो दूसरी तरफ तकनीक की दुनिया को भी आईआईटी कानपुर से अमूल्य तोहफे मिल रहे हैं।
दुनिया को और सर्वश्रेष्ठ को तलाशने का विश्वास
प्रधानमंत्री ने कहा, जब आपने IIT कानपुर में प्रवेश लिया होगा, तो आपको अज्ञात का भय अवश्य हुआ होगा।आईआईटी कानपुर ने आपको इस डर से बाहर निकाला और आपको एक विशाल कैनवास दिया है। आज आपके पास पूरी दुनिया को तलाशने का विश्वास है, सर्वश्रेष्ठ की तलाश है।
उन्होंने कहा, आने वाले 25 सालों में भारत के विकास यात्रा की बागडोर आपको ही संभालनी होगी। जब आप अपने जीवन के 50 साल पूरा कर रहे होंगे उस समय का भारत कैसा होगा उसके लिए आपको अभी से काम करना होगा। कानपुर IIT ने आपको वह ताक़त दी है कि अब आपको अपने सपने पूरा करने से कोई नहीं रोक सकता है। 21वीं सदी पूरी तरह से प्रौद्योगिकी संचालित है। इस दशक में भी तकनीक अलग-अलग क्षेत्रों में अपना दबदबा और बढ़ाने वाली है। बिना तकनीक के अब जीवन एक तरह से अधूरा होगा।
स्वयं के रोबोट वर्जन कभी ना बनें
प्रधानमंत्री ने कहा, आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है। कईं स्टार्टअप तो हमारे IIT के युवाओं ने शुरू किए हैं। आप सभी से आग्रह है कि आप अपने स्वयं के रोबोट वर्जन कभी ना बनें। आप अपनी मानवीय संवेदनाओं, कल्पनाओं और जिज्ञासा को हमेशा जिंदा रखिए।