JEE और NEET परीक्षाओं के विरोध में देश के कई राजनीतिक का विरोध जारी है। इसी चरण में समाजवादी पार्टी (सपा) की इकाई समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन किया। सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि समाजवादी छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने राजधानी लखनऊ के गौतम पल्ली इलाके में प्रदर्शन किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्र नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया जिससे कई लोग जख्मी हो गए। बाद में पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर इको गार्डन ले गई। इस बीच पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सपा छात्र सभा के कार्यकर्ता कोविड-19 के मद्देनजर लागू दिशानिर्देशों को दरकिनार कर प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रदर्शन के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी, लिहाजा पहले उन्हें समझाने की कोशिश की गई। उनके नहीं मानने पर हल्का बल प्रयोग किया गया। सपा प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश और देश कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में रोजाना नए रिकॉर्ड बना रहा है तथा ऐसे में बीजेपी सरकार पूरी तरह मनमानी पर उतारू होकर परीक्षाएं आयोजित कराने पर अड़ी है। इससे छात्रों में बेचैनी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार छात्रों के भविष्य और उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को इसके प्रति संवेदनशील होना चाहिए। छात्रों के साथ जिस तरह बर्ताव किया जा रहा है वह स्वीकार्य नहीं है।चौधरी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच छात्रों की सेहत को दांव पर लगाकर सितंबर में परीक्षाएं आयोजित कराने के फैसले के खिलाफ सपा की लड़ाई जारी है और वह इससे पीछे नहीं हटेगी।
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने परीक्षाएं आयोजित कराने के फैसले के खिलाफ गत गुरुवार को भी राजधानी लखनऊ में राजभवन के सामने प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया था। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले दिनों एक खुला पत्र लिखते हुए कोविड-19 महामारी के बीच जेईई और एनईईटी परीक्षाएं आयोजित करवाने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया था।