सुदीक्षा भाटी मौत मामले में ‘छेड़छाड़’ होने से इनकार करने के एक दिन बाद बुलंदशहर पुलिस ने 10 अगस्त को हुई दुर्घटना के मामले में बुलेट बाइक या बाइक सवार के संबंध में पुख्ता जानकारी देने वालों को 20,000 रुपये इनाम में देने की घोषणा की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा, ‘‘ऐसी जानकारी है कि बुलेट बाइक थी और उस पर दो लोग सवार थे। उन्होंने अचानक आपात ब्रेक लगाया जिसकी वजह से सुदीक्षा का दो पहिया वाहन पीछे से इनसे आकर टकरा गया। दुर्घटना में घायल होने वजह से सुदीक्षा की मौत हो गई।’’
सिंह ने बताया कि ‘‘ हम जिले में पंजीकृत प्रत्येक बुलेट का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं और जांच कर रहे हैं। मामले की जांच करते हुए हमने इस मामले में शामिल बुलेट या उसके चालकों की जानकारी देने वालों को 20,000 रुपये की इनामी राशि की घोषणा की है।’’
जिला पुलिस प्रमुख ने बताया कि जानकारी देने वाले अगर अपनी पहचान नहीं जाहिर करना चाहेंगे तो इसे गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और इसका प्रयास है कि कोई निर्दोष व्यक्ति जेल न पहुचे बल्कि वास्तविक दोषी का पता चले और उसे न्याय के कठघरे में खड़ा किया जा सके।
गौतमबुद्ध नगर जिले के दादरी में डेरी स्केनर गांव की निवासी 20 वर्षीय सुदीक्षा की बुलंदशहर जिले में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। दुर्घटना के समय वह चाचा के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही थीं। बीस वर्षीय सुदीक्षा अकादमिक रूप से बेहतरीन छात्रा थीं।
वह 3.80 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति पर अमेरिका के मैसाच्युसेट्स के बाबसन कॉलेज से उद्यमिता में स्नातक का कोर्स कर रही थीं और 20 अगस्त को वापस अमेरिका जाने वाली थी। सिंह ने कहा, ”ऐसा प्रतीत होता है कि उसका शव गांव पहुंचने के बाद कुछ लोगों ने घटना का रुख बदलने की कोशिश की। क्योकि छात्रा को (अमेरिका में पढ़ाई के लिये) भारी छात्रवृत्ति मिली थी, ऐसे में हो सकता है कि लोग (मुआवजा) मांगने की सोच रहे हों।”
अधिकारी ने ये भी कहा कि ‘‘इस घटना के बारे में बातें जोड़कर नए तरीके से इसे बताने की कोशिश की गई। और अगर एक झूठ को 50 लोग बार-बार बोलें तो वह झूठ भी सच जैसा प्रतीत होने लगता है।’’ उन्होंने कहा कि अब तक की जांच और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर अभी तक यह पुष्टि नहीं हो सकी है कि यह उत्पीड़न का मामला है।