उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से ब्लड प्लेटलेट्स की आड़ में काली कमाई का मामला सामने आया है। जिले के एक निजी अस्पताल में डेंगू मरीज को ब्लड प्लेटलेट्स की जगह फ्रूट जूस चढ़ा दिया गया। जिसके बाद मरीजों की मौत हो गई। मामला सामने आने के बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है।
सोहबतियाबाग निवासी सौरभ त्रिपाठी ने बुधवार को आरोप लगाया है कि उसके बमरौली निवासी बालू ठेकेदार जीजा की मौत बमरौली के एक निजी अस्पताल में गलत प्लेटलेट्स चढ़ाने के कारण मौत हो गई। सौरभ का कहना है कि उसने जार्जटाउन थाने में भी शिकायत की, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।
प्रयागराज में डेंगू के मरीजों को सप्लाई हो रहा है नकली प्लाज्मा, हिरासत में लिए गए कई संदिग्ध
युवक का कहना है कि कुछ दिन पहले उसके जीजा की तबीयत बिगड़ी तो उसे बमरौली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसे प्लेटलेट्स की जरूरत बताई गई। प्लेटलेट्स नौ हजार पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन से लोगों ने प्लेटलेट्स दिलाने का दावा किया।
आरोप है कि प्रदीप के परिजनों से पांच हजार रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से प्लेटलेट्स दी। तीन यूनिट चढ़ने के बाद प्रदीप की हालत बहुत खराब हुई तो परिवार वाले जार्जटाउन के एक अस्पताल में लाए, जहां जांच के बाद मालूम चला कि प्रदीप की नसें फट गईं और खून जम गया है। यहीं प्रदीप की मौत हो गई।
मरीज की मौत के बाद अस्पताल सील
प्रयागराज अतिरिक्त CMO डॉ ए.के. तिवारी ने मामले पर कहा कि जिले में एक निजी अस्पताल को कथित तौर पर रक्त प्लेटलेट्स के बजाय फलों के रस को एक डेंगू रोगी को देने के लिए सील कर दिया गया, जिसकी बाद में मृत्यु हो गई। मरीज की मौत के बाद CMO ने जांच के आदेश दिए। जांच में कुछ कमियां पाई गईं। जांच पूरी होने तक इसे सील किया गया है।