उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में बीजेपी की जीत का जश्न मना रहे युवक की हत्या का मामला सामने आया। युवक की हत्या को लेकर रविवार को बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया। वहीं मामले में एक दरोगा समेत 10 नामजद व 20-25 अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है।
जिला पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद इसे सड़क दुर्घटना का मामला बताया था, लेकिन बाद में इस बात की विस्तृत जांच के आदेश दिए कि सत्तारूढ़ पार्टी की जीत का जश्न मनाने के लिए युवक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। स्थानीय पुलिस पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों बीजेपी समर्थकों ने रविवार को बहरिया थाने को घेर लिया।
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स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि एक सब-इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी ने जानबूझकर इस घटना को कमतर आंकते हुए इसे सड़क दुर्घटना का मामला बताया, इस तथ्य के बावजूद कि समाजवादी पार्टी के समर्थकों द्वारा युवक पर कथित रूप से हमला किया गया था। बीजेपी समर्थकों ने दोषी पुलिस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अजय कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि नेवादा निवासी बाबू राम ने बहरिया थाने में लिखित शिकायत दी है कि उनके 22 वर्षीय बेटे सतीश चौहान की शनिवार रात सड़क हादसे में सिर में चोट लगने से मौत हो गयी।
एसएसपी ने कहा कि पिता ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा मुबारकपुर ब्लॉक से नेवादा लौट रहा था और उसकी बाइक फिसल गई। एसएसपी ने हालांकि कहा कि गांव के कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि युवक की मौत सड़क दुर्घटना में नहीं हुई बल्कि कुछ अज्ञात लोगों ने जानबूझकर उस पर हमला किया जिससे उसकी मौत हो गयी।
उन्होंने कहा कि दो अलग-अलग सिद्धांत सामने आने के बाद पुलिस ने घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। एसएसपी ने स्पष्ट किया कि वरिष्ठ पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य फोरेंसिक साक्ष्य मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।