उत्तर प्रदेश की राजनीति कभी ठंडी कैसे पड़ सकती है। देश का सबसे बड़ा राजनीति प्रदेश और देश की सभी पार्टियों के लिए अहम सूबा कभी सियासी ड्रामे से कैसे दूर रह सकता है। तो ऐसा ही कुछ हुआ है, प्रयागराज में। दरअसल, प्रयागराज में भाजपा नेता वरुण गांधी के स्वागत में पोस्टर लगाने वाले कांग्रेस के दो नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
वरूण के स्वागत में नारा- दुख भरे दिन बीते रे भैया, अब सुख आयो रे
पोस्टरों में वरुण गांधी और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिखाया गया था और नारा लिखा था, दुख भरे दिन बीते रे भैया, अब सुख आयो रे। दोनों नेताओं, इरशादुल्लाह और बाबा अभय अवस्थी को अपने आचरण या कार्रवाई का सामना करने के लिए कहा गया है। आंदोलनकारी किसानों के समर्थन में कई ट्वीट पोस्ट करने के बाद वरुण गांधी के भाजपा से कथित मोहभंग की खबरों से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं।
यह बहुत अच्छा होगा, यदि वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल हो जाएं-
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता, (जिन्होंने नाम ना छापने की शर्त पर बात की) ने कहा, यह बहुत अच्छा होगा, यदि वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल हो जाएं और उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए। इससे कांग्रेस को कुछ ही दिनों में यूपी में राजनीतिक जीवन मिल जाएगा। उनके चचेरे भाइयों के साथ कोई टकराव नहीं होगा, क्योंकि वे राष्ट्रीय नेता हैं।
वरुण गांधी पहले ही कांग्रेस में शामिल होने की अफवाहों को ‘निराधार’ बता चुके हैं। बता दें कि मेनका गांधी और वरुण गांधी दोनों को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल नहीं किया गया है, जिससे पार्टी में उनके भविष्य को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं।