भारत विख्यात बांके बिहारी मन्दिर में जन्माष्टमी की रात जन्म के बाद मंगला के दर्शन रात पौने दो बजे से होगे।
बांकेबिहारी मन्दिर में वर्ष में केवल एक बार ही मंगला आरती होती है तथा मंगला के दर्शन होते हैं। बाकी अन्य दिनों में श्रृंगार आदि के दर्शन होते हैं। मन्दिर प्रबंधन ने मंगला आरती में होने वाली भीड़ को देखते हुए कोविद-19 के नियमों का पालन करना एवं मास्क लगाना आवश्यक कर दिया है।
एसपी सिटी मार्तण्ड प्रकाश सिंह ने बताया कि एक बार में सीमित संख्या में ही लोगो को मन्दिर में प्रवेश दिया जाएगा। बांकेबिहारी मन्दिर मन्दिर के प्रबंधक मुनीश शर्मा के अनुसार जन्माष्टमी की रात जहां पौने दो बजे दर्शन खुलेंगे वहीं रात एक बजकर 55 मिनट पर पांच मिनट तक आरती होगी। इसके बाद दर्शन साढ़ पांच बजे तक खुले रहेंगे।
वर्ष में एक बार ही बांकेबिहारी मन्दिर में दर्शन खुलने का कारण स्पष्ट करते हुए उन्होंने बताया कि बिहारी जी महाराज नित्य निधिवन में महारास के लिए जाते हैं तथा वहां से आकर देर में सोते हैं इसलिए ही वे देर में उठते हैं और यही कारण है कि मन्दिर के दर्शन श्रंगार सेवा से खुलते हैं जिसमें दस मिनट बाद श्रंगार आरती होती है।
उधर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि जन्माष्टमी पर संस्थान की ओर से वितरित किये जाने वाले प्रसाद का कोविद के कारण इस बार वितरण नही होगा।