उत्तर प्रदेश की राजधानी में शनिवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीपीई किट की खरीद में हुए घोटाले को लेकर जीपीओ के सामने धरना दिया और प्रदर्शन किया।
यूपी के लगभग सभी जिलों में कोरोना किट घोटाला हुआ है।
कोरोना आपदा के समय जब लाखों लोगों की रोजी-रोटी पर खतरा है उस समय प्रदेश सरकार के अफसरों ने करोड़ों का वारा-न्यारा कर दिया।
सवाल ये है कि क्या प्रदेश सरकार की रुचि हर बार घोटालेबाजों को बचाने की ही होती है? pic.twitter.com/RF8e3CKMRx
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 12, 2020
वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा ‘‘ यूपी के लगभग सभी जिलों में कोरोना किट घोटाला हुआ है। कोरोना आपदा के समय जब लाखों लोगों की रोजी-रोटी पर खतरा है उस समय प्रदेश सरकार के अफसरों ने करोड़ का वारा-न्यारा कर दिया। सवाल ये है कि क्या प्रदेश सरकार की रुचि हर बार घोटालेबाजों को बचाने की ही होती है।’’
प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी विधानभवन का घेराव करने के लिए जीपीओ से चलकर आगे बढ़े, तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान उग्र हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोक-झोंक हुई। महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदर्शन करते कांग्रेसियों को पुलिस ने खदेड़ दिया। अपनी मांग को लेकर अड़े प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
मुकेश चौहान ने कहा, ”65 जिलों में ऑक्सीमीटर, पीपीई किट में मानक के विपरीत खरीदारी की गई है। योगी सरकार जीरो टॉलरेंस की बात तो करती है, लेकिन संगठित रूप से प्रदेश को लूट रहे हैं। आपदा को अवसर में बदलने का यही तरीका निकाला है। यह सरकार अपने किए घोटालों के नाम पर जाएगी। शिक्षक भर्ती घोटाला, अब पीपीई किट जैसे तमाम घोटाले इसी सरकार में हुए हैं।” उन्होंने बताया कि प्रदर्शन में लगभग 400 लोग थे और 120 लोगों ने गिरफ्तारी दी है, सभी को इको गार्डन ले जाया गया है।