कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को याद दिलाया है कि लॉकडाउन में आर्थिक बदहाली का सामना कर रहे बुनकरों की बिजली माफी के लिये उनके द्वारा लिखे गये पत्र का अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है।
मैंने 13 मई को यूपी सरकार को पत्र लिखकर बुनकरों का बिजली बिल माफ करने व लॉकडॉउन से उपजे संकट में मदद के लिए प्रत्येक बुनकर परिवार को 12000 रु प्रतिमाह देने का निवेदन किया था।
बुनकरों की बुरी हालत को देखते हुए सरकार को तुरंत ये कदम उठाने चाहिए ताकि इस कला को बचाया जा सके। pic.twitter.com/z6i2w7pS68
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 28, 2020
प्रियंका ने शुक्रवार को ट्वीट किया “ मैंने 13 मई को यूपी सरकार को पत्र लिखकर बुनकरों का बिजली बिल माफ करने व लॉकडाउन से उपजे संकट में मदद के लिए प्रत्येक बुनकर परिवार को 12000 रु प्रतिमाह देने का निवेदन किया था। बुनकरों की बुरी हालत को देखते हुए सरकार को तुरंत ये कदम उठाने चाहिए ताकि इस कला को बचाया जा सके।”
गौरतलब है कि प्रियंका ने पत्र लिखा था कि कोरोना महामारी से जनजीवन प्रभावित है। हर वर्ग के ऊपर भयंकर आर्थिक मार पड़ी है। किसान, गरीब और मजदूर वर्ग विकट स्थिति में पहुंच गए हैं। आर्थिक संकट ने मध्य वर्ग और सामान्य नौकरीपेशा लोगों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। कारोबारी और व्यापारी वर्ग के ऊपर अस्तित्व बचाने का संकट खड़ा हो गया है। इन वर्गों की मदद करना अनिवार्य हो गया है।
उन्होने कहा कि लाकडाउन में छोटे उद्योग, दस्तकारी, बुनकरी और कुटीर उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुआ है। छोटे और मंझोले उद्योग उप्र की आर्थिक रीढ़ हैं। लाखों परिवारों की रोजी-रोटी इनसे जुड़ी हुई है। आज ये भयंकर दबाव में हैं। मांग और आपूर्ति पूरी तरह से ठप्प है। मुख्यमंत्री से गुजारिश है कि छोटे मंझोलों उद्योगों का बैंक लोन माफ किया जाए। लोन माफी के फैसले से ये दिवालिया होने से बच जाएँगे। इनके बिजली के बकाया बिलों पर भी उदारतापूर्वक विचार कर उन्हें राहत देने की घोषणा की जाए।
प्रदेश में एक बड़ी आबादी बुनकरी से जुड़ी हुई है। इस महामारी में उनका पूरा कारोबार चौपट हो गया है। बुनकरों को तत्काल राहत पहुंचाने की जरूरत है। बुनकरों के बिजली के बिल माफ किया जाएँ और प्रत्येक बुनकर परिवार को प्रतिमाह 12 हजार रुपया क्षतिपूर्ति राशि दिया जाए। इसी तरह कालीन कारोबारियों और कारीगरों को आर्थिक मदद की सख्त जरूरत है। इनके बैंक कर्ज माफ किये जायें।