एक तरफ उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ कोरोना को लेकर राज्य में पॉलिटिक्स भी अपनी चरम सीमा पर है। बीते दिनों यूपी में कोरोना से निपटने के लिए आगरा मॉडल का नाम खूब चर्चा में आया था। योगी सरकार ने कोरोना से निजात पाने के लिए आगरा मॉडल के नाम पर खूब वाह वाही बटोरी थी। मगर अब इसी मॉडल को लेकर सियासत होने लगी है, आरोप लगने लगे हैं कि सूबे की योगी सरकार ने इस मॉडल का झूठा प्रचार कर सच को दबाने की कोशिश की है।
दरअसल, ये आरोप कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने योगी सरकार पर लगाया है। प्रियंका ने कहा, उत्तर प्रदेश के आगरा में भर्ती होने के 48 घंटे के भीतर 28 कोरोना मरीजों की मौत से जुड़ी खबर को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार ने आगरा मॉडल का झूठा प्रचार करके सच दबाने की कोशिश की। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘‘आगरा में 48 घंटे में भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गई। उप्र सरकार के लिए कितनी शर्म की बात है कि इसी मॉडल का झूठा प्रचार करके सच दबाने की कोशिश की गई।’’
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने दावा किया, ‘‘सरकार की ‘जांच नहीं, कोरोना नहीं’ की नीति पर सवाल उठे थे, लेकिन सरकार ने उसका कोई जवाब नहीं दिया। अगर उप्र सरकार सच दबाकर कोरोना मामले में इसी तरह लगातार लापरवाही करती रही तो यह बहुत घातक होने वाला है।’’ उन्होंने जिस खबर का हवाला दिया उसके मुताबिक आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना के इलाज के लिए भर्ती हुए 28 कोरोना मरीजों की एडमिट होने के 48 घंटे के भीतर ही मौत हो गयी।