देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहे है। वहीं, कांगेस सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों का बढ़-चढ़कर साथ दे रही है। ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आजमगढ़ में बिलैरिया गंज में पुलिस के कथित उत्पीड़न का शिकार हुए लोगों से मिलने जाएंगी। आरोप है कि नागरिकता काननू के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान बिलेरिया गंज में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था।
लोकतंत्र में आवाज उठाना जुल्म नहीं है और मेरा कर्तव्य है कि जिनके साथ जुल्म हो रहा है मैं उनके साथ खड़ी हूं। pic.twitter.com/14RoCvFGb7
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) February 12, 2020
ऐसे में आजमगढ़ के एक दिवसीय दौरे से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को कहा कि लोकतंत्र में आवाज उठाना जुल्म नहीं है। प्रियंका ने टवीट किया, ”लोकतंत्र में आवाज उठाना जुल्म नहीं है और मेरा कर्तव्य है कि जिनके साथ जुल्म हो रहा है, मैं उनके साथ खड़ी होऊं ।”
प्रियंका ने ट्वीट के साथ एक फोटो भी लगाया है, जिसमें कैफी आजमी का शेर है, ”सब उठें, मैं भी उठूं, तुम भी उठो, तुम भी उठो । कोई खिड़की इसी दीवार में खुल जाएगी।” आजमगढ़ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का निर्वाचन क्षेत्र है। अखिलेश के ‘लापता’ वाले पोस्टर आठ फरवरी को उनके लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में चिपके हुए थे, जिनमें सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस कार्रवाई के परिप्रेक्ष्य में सांसद की अनुपस्थिति पर सवाल उठाये गये थे।
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उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने उक्त पोस्टर लगाये थे। उनमें अखिलेश के मुंह पर काली पट्टी बंधी दिखायी गयी थी। सिविल लाइंस क्षेत्र सहित शहर के विभिन्न हिस्सों में ये पोस्टर लगे थे। कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के नेता नदीम ने कहा कि सपा नेता मुसलमानों के शुभचिन्तक होने का दावा करते हैं लेकिन उन्होंने महिला प्रदर्शनकारियों पर पुलिसिया कार्रवाई पर खुद को केवल ट्वीट करने तक ही सीमित रखा है।
उन्होंने दावा किया कि पिछले साल आम चुनाव संपन्न होने के बाद से अखिलेश कभी आजमगढ़ नहीं आये। बिलरियागंज में कई मुसलमान महिलाओं ने मंगलवार को मौलाना जौहर पार्क में धरना शुरू किया। यह धरना सीएए और एनआरसी के खिलाफ था लेकिन उन्हें पुलिस ने जबरन हटा दिया। पुलिस ने बताया कि 35 नामजद लोगों और सौ से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी है। इनमें से 20 को गिरफ्तार किया गया है।