कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है कि पूरे देश में महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों वाली सूची के राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है और मुख्यमंत्री को इस बारे में कुछ करना चाहियें ।
प्रियंका अपनी मां सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली में नवनियुक्ति पार्टी पदाधिकारियों की तीन दिवसीय कार्यशाला में शामिल होने आज शाम यहां पहुंची । कांग्रेस महासचिव ने पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में उप्र में खराब कानून व्यवस्था की बात कही ।
उन्होंने कहा ”यह बहुत ही शर्मनाक है कि पूरे देश में महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों वाली सूची के राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है, मुख्यमंत्री को इस बारे में कुछ करना चाहियें।”
इसके पहले उन्होंने मंगलवार सुबह ट्वीट कर कहा था कि” पूरे देश में महिलाओं पर सर्वाधिक अपराध उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं। एक साल में 56,000 से ज़्यादा और इसमें वो घटनाएँ शामिल भी नहीं है जिनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। क्या ये आँकड़ा इतना भी गंभीर नहीं कि मुख्यमंत्री जी इसका संज्ञान लेते?”
प्रियंका गांधी के इस ट्वीट के जवाब में प्रदेश सरकार के मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने मंगलवार शाम यहां जारी एक बयान में कहा कि विपक्ष द्वारा एन0सी0आर0बी0 2017 के अपराध आंकड़ें जनता के मध्य जिस प्रकार से प्रस्तुत किये जा रहे हैं, वह तोड़-मरोड़ कर दिये गये हैं।
उन्होंने कहा कि विपक्ष, विशेष तौर पर प्रियंका गांधी वाड्रा बिना समुचित अध्ययन किये राजनैतिक रोटियां सेंकने का प्रयास कर रही हैं। सिंह ने कहा कि एन.सी.आर.बी. के आंकड़ों को समझने के लिये जनसंख्या के आधार पर अनुपात निकाला जाना चाहिए।
सिंह ने कहा कि जिन प्रदेशों कि जनसंख्या अधिक है वहां पर अपराध भी अधिक घटित व पंजीकृत होते हैं। अपराध की स्थिति समझने के लिए क्राइम रेट एक अच्छा एवं विश्वसनीय संकेतक है। एन.सी.आर.बी. के मुताबिक क्राइम रेट को प्रति एक लाख जनसंख्या के सापेक्ष अपराधों की संख्या के रूप में परिभाषित अपराध दर (क्राइम रेट) एक सार्वभौमिक वास्तविक संकेतक है। यह राज्य के आकार और जनसंख्या में वृद्धि के प्रभाव को संतुलित करता है अर्थात जिस प्रदेश में जनसंख्या अधिक होगी, वहां अपराध की संख्या भी अधिक होगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि इस प्रकार क्राइम रेट ही अपराधों की सही स्थिति समझने के लिए वास्तविक संकेतक है। अपराध दर प्रदेश की प्रति लाख जनसंख्या के आधार पर निकाली जाती है।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार में महिलाओं की स्थिति काफी सुदृढ़ हुई है। वर्तमान समय में प्रदेश की महिलाएं स्वयं को पूर्व की अपेक्षा अधिक सुरक्षित महसूस कर रही है।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक देश भर में वर्ष 2017 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3,59,849 मामले दर्ज किए गए। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार तीसरे साल वृद्धि हुयी है। एनसीआरबी के आंकड़े सोमवार को जारी किए गए। 2015 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3,29,243 मामले दर्ज किए गए थे और 2016 में 3,38,954 मामले दर्ज किए गए थे। महिलाओं के खिलाफ अपराध के दर्ज मामलों में हत्या, बलात्कार, दहेज हत्या, आत्महत्या के लिए उकसाना, एसिड हमले, महिलाओं के खिलाफ क्रूरता और अपहरण आदि शामिल हैं।
एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, अधिकतम मामले उत्तर प्रदेश (56,011) में दर्ज किए गए। उसके बाद महाराष्ट्र में 31,979 मामले दर्ज किए गए। आंकड़े के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में 30,992, मध्य प्रदेश में 29,778, राजस्थान में 25,993 और असम में 23,082 मामले दर्ज किए गए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यशाला में हिस्सा लेने के लिए कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी मंगलवार को रायबरेली पहुंची। उन्होंने जिले के चुरुवा बार्डर में सबसे पहले हनुमान मंदिर में रुककर मत्था टेका और आशीर्वाद लिया। उसके बाद उनका बछरावां, हरचंदपुर, गंगागंज इलाके में कांग्रेसियों ने जोरदार स्वागत किया।
दोपहर बाद उनका काफिला भुएमऊ गेस्ट हाउस पहुंचा। वहां उन्होंने प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लिया। इस दौरान जिले के नेताओं को प्रशिक्षण शिविर से दूर रखा गया।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कार्यशाला बंद कमरे में हो रही है और इसमें पार्टी के नेता कार्यकर्ता इस बात पर विचार विमर्श कर रहे है कि उप्र की भाजपा को कानून व्यवस्था और कुशासन के मुददे पर कैसा घेरा जायें ।